Book Title: Sanskrit Jain Nitya Path Sangraha Author(s): Pannalal Baklival Publisher: Bharatiya Jain Siddhant Prakashini Sanstha View full book textPage 7
________________ संस्कृत जैननित्यपाठसंग्रह भगवजिनसेनाचार्यकृतं श्रीजिनसहस्रनाम स्तोत्र खयंभुवे नमस्तुभ्यमुत्पाद्यात्मानमात्मनि । खोरमनैव तथोद्धतवृत्तये चिंत्यवृत्तये ॥१॥ नमस्ते जगतां पत्ये लक्ष्मीभत्रे नमो नमः।विदांवर नमस्तुभ्यं नमस्ते वदतांवर ॥२॥ कामPage Navigation
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