Book Title: Ratnasar
Author(s): Tarachand Nihalchand Shravak
Publisher: Tarachand Nihalchand Shravak
View full book text
________________
पृष्ठ.
(८) ॥ विषयानुक्रमणिका ॥ प्रश्न.
विषय. हेतु पमाड़े ?
___ ५२ ७९ हिंसा ना केतला भेद छ ? ८. शास्त्रमध्ये ३ योग नो स्वरूप. १ ५५ ८१ द्रव्य, गुण, पर्याय किवारे बिगडै ८२ मति श्रुत ज्ञानी तथा अज्ञानी जिन वाणी
सांभले ते शी रीते प्रणमै ? ८३ जीव कर्म सुं किम् मिल्यो छै ? " ८४ पांच इंद्रियनी सोल संज्ञा.
५७ ८५ सोले संज्ञा जीव केहने होइ ? . " ८६ धर्म कर्म किम् होइ ? ८७ श्रीजिन ना ४ निक्षेपा तेहनो स्थानक
शरीर मांहि किहां छै ? ८८ पांचेंद्री शेणे भरी छै ? ८९ च्यार संज्ञा नो परमार्थ कहै छै. " । च्यार संज्ञा बीजी प्रकारे. ९. सिद्ध ना जीव ने अनन्ता गुण छै ते सम

Page Navigation
1 ... 10 11 12 13 14 15 16 17 18 19 20 21 22 23 24 25 26 27 28 29 30 31 32 33 34 35 36 37 38 39 40 41 42 43 44 45 46 47 48 49 50 51 52 53 54 55 56 57 58 59 60 61 62 63 64 65 66 67 68 69 70 71 72 73 74 75 76 77 78 79 80 81 82 83 84 85 86 87 88 89 90 91 92 93 94 95 96 97 98 99 100 101 102 103 104 105 106 107 108 109 110 111 112 113 114 115 116 117 118 119 120 121 122 ... 332