Book Title: Prakrit Vigyan Pathmala Margdarshika
Author(s): Somchandravijay Gani
Publisher: Surendranagar Jain SMP Tapagachha Sangh

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Page 467
________________ नरवइ पुं. ( नरपति) रा नरिंद पुं. (नरेन्द्र) रा. नव वि. (नव) नपुं. नव द्वि. ब. (नवन्) नव संख्या नहयल पुं. न. (नभस्तल) खााशतण. नाडग, नट्ट न. (नाटक-नाट्य) नाट नाण न. (ज्ञान) ज्ञान. नाणि वि. (ज्ञानिन् ) ज्ञानवाणी. नाम अ. (नाम) वाड्यासार नाम न. (नामन्) नाम, संज्ञा नाय पुं. (न्याय) न्याय, नीति. ४२८ नायउत्त) पुं. (ज्ञातपुत्र) नायपुत्त श्रीमहावीर स्वामीनुं नाम. J नायमग्ग पुं. (न्यायमार्ग) नीतिभार्ग नारी स्त्री. (नारी) स्त्री. नावा स्त्री. (नौ) नौड़ा, होडी नास पुं. (नाश) नाश. निअम पुं. (नियम) निश्चय, લીધેલી પ્રતિજ્ઞા. निअसीलबलेण (निजशीलबलेन) પોતાના શિયળના બળથી. निंदा स्त्री. ( निन्दा) निंघा निक्कारण वि. (निष्कारण ) डाएग रहित, खहेतुङ, अराग विना. निगम पुं. (निगम ) व्यापारवाणुं સ્થાન, વ્યાપારીનો સમુદાય. निग्गुण वि. (निर्गुण) गुएगरहित. निच्च वि. (नित्य) अविनश्वर, शाश्वत. निच्चल वि. (निश्चल) स्थिर, जयस, ६७. निज्जरा स्त्री. (निर्जरा) अर्मनो क्षय. निठुर वि. (निष्ठुर) निष्ठुर, નિર્દય પુરુષ. निद्दय वि. (निर्दय ) घ्यारहित निद्दा स्त्री. (निद्रा) निद्रा faches fa. (franc) şarled, निरर्थ 5. निब्बंध पुं. (निर्बन्ध) खाग्रह, निबद्ध वि. (निबद्ध) जंघायेस. निमित्त न. ( निमित्त) निमित्त. निमेस पुं. (निमेष) पहारी, भटई. निम्मलयर वि. (निर्मलतर) અતિશય નિર્મળ. निय वि. (निज) पोतानुं. निययकुल न. (निजककुल) पोताना કુળનો नियववसायाणुरूवं न. ( निज व्यवसायानुरूपम्) पोताना વ્યવસાયના સમાન. नियाण न. (निदान) (नयागं, अरग, हेतु.

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