Book Title: Prakrit Vigyan Pathmala Margdarshika
Author(s): Somchandravijay Gani
Publisher: Surendranagar Jain SMP Tapagachha Sangh

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Page 478
________________ पुं. न. ( वज्र) १४, ઈન્દ્રનું શસ્ત્ર. वंदिअ क. भू. ( वन्दित ) व्हायेस. वक्क न. (वाक्य) वाय. वइर वक्खाण न. ( व्याख्यान ) वृजाएग વિશેષ ક્શન. वग्ग पुं. (वर्ग) वर्ग, समूह. वग्घ पुं. (व्याघ्र) वाघ. वच्छ पुं. (वत्स) जाजड, पाछरडो वच्छ पुं. (वृक्ष) झाड. वच्छल वि. (वत्सल) रागी, स्नेही. वच्छल्ल न. (वात्सल्य) वात्सल्य, અનુરાગ. वज्जपाणि पुं. (वज्रपाणि) न्द्र. वड्डयर (बृहत्तर) धागुं भोटुं वणस्सइ स्त्री. (वनस्पति) वनस्पति. } वणप्फइ वणिआ, विलया स्त्री. (वनिता) स्त्री. वहि पुं. (वह्नि) अग्नि वत्ता स्त्री. (वार्ता) वात, स्था वत्तार वत्तु } fa. (a) afell, जोसनार. वत्थ न (वस्त्र) स्त्र वत्थु न. (वस्तु) पदार्थ, यीन. वम्मह पुं. (मन्मथ) अमहेव. वय पुं. न. (व्रत) व्रत, नियम. ४३९ वय पुं. न. (वयस्) १५, उम्म२. वयण न. (वचन) वयन. वयणिज्ज वि. (वचनीय) वारय, निहवा बाय5. वर वि. (वर) श्रेष्ठ. वराय वि. ( वराक) गरीज. वरिस ) पुं. न. (वर्ष) वृष्टि, संवत्सर, वास साब, भेध, परसाह, वरस. वरिसा, वासा स्त्री. (वर्षा) योमासुं. ववसाय पुं. (व्यवसाय) व्यापार, अर्थ, उद्यम. वसई वसहि } zal. (aufa) qula, स्थान, खाश्रय. वसंत पुं. ( वसन्त) वसंतऋतु. वसण न. ( वसन) रहे. वसण न. ( व्यसन) 5ष्ट, दु.अ. वसह पुं. (वृषभ) जजह वसीहूअ वि. ( वशीभूत) वश थयेल. वसुदेवपुत्त पुं. (वसुदेवपुत्र) વસુદેવનો પુત્ર. वह पुं. (वध) १६. वहू स्त्री. (वधू) वडू, लार्या वाउ पुं. (वायु) पायु, पवन. वागरण, न. ( (व्याकरण) व्याड राग, वायरण, वारण शास्त्र, उपदेश, उत्तर. वाणिज्ज न. (वाणिज्य) व्यापार.

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