Book Title: Kahan Katha Mahan Katha
Author(s): Akhil Bansal
Publisher: Bahubali Prakashan

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Page 25
________________ ह गुरुदेव श्री अनेक सं० 2017 अब हमें उत्तर भारत के समस्त)सं. 2012] साधर्मीजनों के साथ सिद् क्षेत्र तीर्थो की वंदना करने चलना श्री गिरनारजी की यात्रा के चाहिये, लिये निकले. हां, हां क्यों नहीं गुरुदेव श्री हमलोग भी साथ चलेंगे, AMIN कश्मीर मंगल तीर्थ यात्रा देखते ही देखते हजारों लोग यात्रा में सम्मिलित होगये, हस्तिनापुरे दिल्ली वाराणसी. >अहमदाबाद राजगृहारमोद गिरनार मोगद का उज्जैन शिखर मागीतुंगी बंबई तीर्थयात्रा संघ की सम्पूर्ण व्यवस्था श्री नेमीचन्दजी पाटनी ने की । अनेक स्थानों पर पू. स्वामीजीका भव्य स्वागत किया गया, श्री कानजी स्वामी

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