Book Title: Jeetkalp Sabhashya
Author(s): Kusumpragya Shramani
Publisher: Jain Vishva Bharati
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________________ विशेषनामानुक्रम : परि-१२ 675 787 चंउरंग चंद-उदय चंदगुत्त चंदण 1445 1765 चंपा 183 2253 786,787 चक्खु चण 2590 चणक चरग 1723 जीचू पृ. 28 2470 चाउल (देव) 78 528 (खेल, चौरस) 1723 जाणसाला (स्थान) (उद्यान) 1191 जाणुग (अवयव) (राजा) | जातीफल (वनस्पति) (वृक्ष) 844 जाहग (तिर्यञ्च) (नगरी) 1394, 1414 जिणकप्पि (विशिष्ट साधु) (अवयव) 818 जिणदास (व्यक्ति) (धान्य) 1820 | जीतकप्प (ग्रंथ) (धान्य) ____जीचू पृ. 21 जूत (व्यसन) . (परिव्राजक) 239,1042 जोणिपाहुड / (ग्रंथ) (धान्य) 1297 जोतिस (विद्या) (मंत्री) 531,1455 जोतिसिय (उपकरण) जोयण . (माप) (वनस्पति) जीचू पृ. 16 डंडगि (राजा) (साधु) 533 ढंक (तिर्यञ्च) (ग्रंथ) | णंदिग्गाम (ग्राम) (गृह-उपकरण) 1533 णत्ता (परिजन) (राजा) 479 णमोक्कार (मंत्र) (साधु-उपकरण) 1729 णलिय (घर) (पुस्तक) 1770 णवकार (मंत्र) (शस्त्र) 794 णवणीत (खाद्य) (ग्रंथ) 182 णवतय (वस्त्र) (अवयव) 979 णवय (वस्त्र) (द्वीप) 56 णह (अवयव) (तिर्यञ्च) 425 णाभि (अवयव) (आचार्य) जीचू पृ.१ णाव (वाहन) (रोग) 1665 णावा (वाहन) (रोगी) 1707 | णासिगा (अवयव) 2469 चाणक्क चालणि चिंचा चिलातपुत्त चुल्लकप्प चुल्लि चेडग चोलपट्ट छिवाडी छुरिय छेदसुत्त जंघा 826 1427 404 652 1528 1772 460 2176 979 978 जम्बु जर जरित 1528 501

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