Book Title: Jeetkalp Sabhashya
Author(s): Kusumpragya Shramani
Publisher: Jain Vishva Bharati

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Page 883
________________ परिशिष्ट-१५ वर्गीकृत विशेषनामानुक्रम 1612 532, 1084, 1612 1528 1299 1588,1612 1588 403 1537 394 1538 आचार्य | गुड (गुड़) खंदग (स्कन्दक) 528, 2499, 2500 | घत (घृत) दुप्पसभ (दुःप्रसभ) 267, 276 णवणीत (नवनीत) नंदिवद्धण (नंदिवर्धन) 831 तक्क (तक्र) पालित्तय (पादलिप्त) 1444, 1445 दही (दधि) भद्दबाहु (भद्रबाहु) . 560, 2588 | दुद्ध (दुग्ध) रक्खितज्ज (रक्षितार्थ) 612 | दोद्धिय वइर (वज्र) 610, 612, 1463 | पप्पडिग (तिलपपड़ी) समित (समित) 1463, 1466 | पय (दूध) उद्यान पूव (मालपूआ) चंदोदय (चन्द्रोदय) | पूवलि (मालपूआ) सूरउदय (सूर्योदय) 1191 पूवित (मालपूआ) औषध मोदक (मोदक) तिगडु (त्रिकटु) 1154 लड्डग (लड्डू) बहेड (बिभीतक) 1083 लागतरण (चावल की पेया) सुंठी (सूंठ) 1147 लोट्ट (कच्चा चावल) . खाद्य लोण (लवण) इट्टगा (सेवई) 1397 वडग (बड़ा) कंजिय (काञ्जिक) 346, 403 वालुंक (पक्वान्न विशेष) कट्टर (कढ़ी में डाला घी का बड़ा) 1612 | सत्तुग (सत्तू) कढिया (कढ़ी) 394 सालणग (खाद्य विशेष) कलम (श्रेष्ठ चावल) 1820 सिहरिणी (श्रीखण्ड) कलमोयण (कलमोदन) 398 | सीहेसर (सिंहकेशर मोदक) केसर (केशरिया मोदक) 1417 खेल, चौपड़ खीर (खीर) 181 अट्ठावय (अष्टापद) 1680 1538 1398, 2527 1090 605 1550 1262 1614 1614 1619 1614 .2482 1414 1723

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