Book Title: Jain Siddhanta Sangraha Author(s): Sadbodh Ratnakar Karyalaya Sagar Publisher: Sadbodh Ratnakar Karyalaya Sagar View full book textPage 421
________________ ४६० जनसिद्धांतसंग्रह। माठ सात सोलहके मेक । रविवत कथा रची मकक थोड़े अर्थ अन्य विस्तार । कहें कवीश्वर नो गुण सार ॥२३॥ यह व्रत नोनर नारी करें । सो कबहुं दुर्गति नहिं परें। भाव सहित सो सब सुख नहें। मानुकीर्ति मुनिवर इमको ॥९॥Page Navigation
1 ... 419 420 421 422