Book Title: Jain Shwetambar Terapanthi Sampraday Ka Sankshipta Itihas
Author(s): Shreechand Rampuriya
Publisher: Jain Shwetambar Terapanthi Sabha

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Page 52
________________ Shree Sudharmaswami Gyanbhandar-Umara, Surat तेरापंथा समाज में दीक्षित साधु साध्वियों का विवरण विक्रम सम्वत् १८१७ से लेकर विक्रम सम्बत् २००० के अन्त तक । मोट दीक्षा नावालिग। | साबालिग गण बाहर | गण बाहर दीक्षादाता [ नाबालिग सावालिग प्राचार्य नाम संत | सती संत | संती । संत । सती संत | सती| संत | सती । ४६ ० २० ० ० ० ( १ ) १०५ भीखणजी भारीमालजा रायचंदजी जीतमलजी मधराजजी माणकलालजी डालचंदजी कालूरामजी तुलसीरामजी ( वर्तमान प्राचार्य) मोट आज तक - ॥ ° we d' ० ० | ० ० २ ० ० ० ० km ३६ १५५ ० ० - २५५ १६६ ० - www.umaragyanbhandar.com -- - - ०

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