Book Title: Jain Lekh Sangraha Part 3
Author(s): Puranchand Nahar
Publisher: Puranchand Nahar

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Page 363
________________ [२०] लेखांक संवत् संवत् नाम नाम लेखांक पति गन्छ । १५०० जयभद्र सूरि २३१६. २४५३ १४६२ शांति सूरि १५१८ १५२६ २३४० दरप्रभ सूरि पिएल गन्छ। २१२६ १७०८ गुणासमुनदार गुणसमुद स्टूरि २३२६ १५१२ १५१० २२६७ कमलप्रभ सूरि राजतिलक सूरि ... २३४७ १४०४ विवुधप्रभ सूरि १९७६ धर्मप्रभ सूरि १४८४ धर्मशेखर सूरि ... १५२७ शालिभद्र सरि अमरचंद्र सरि उदयदेव सूरि १५२८ रत्नदेव सूरि १६४६ गुणसागर सूरि ', शांति सूरि ... १५१५ मुनिसिंघ सूरि १५१६ गुणधीर सूरि । २१३०.२१६१ ... २४१३ १५२१ पूर्णिमा [पक्ष ] गछ । १५२४ देवेन्द्र सूरि __... ... २२६४, २३०६, १२३४ ! १५३४ जयप्रम सूरि । १९५३ महीतिलक सरि ... गुणतिलक सरि ... पुण्यरत्न सूरि ... श्रीसूरि ... देवसुंदर सूरि ... ...... २१.३३ २४८४ २२६४ ...... पूर्णिमा गठ-प्रधानशास्त्रा। साधुरत्न सरि १४८६ २३०५ १५२८ जयप्रभ सूरि ... ... २३४१ २२०२ २ १४६१ हीरानंद सरि ... २३४६ २३०६ । १५५१ . भुवनप्रभ सूरि ... "Aho Shrut Gyanam"

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