Book Title: Jain Bhajan Sangraha
Author(s): ZZZ Unknown
Publisher: ZZZ Unknown

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Page 78
________________ नाम है तेरा तारण हारा नाम है तेरा तारण हारा कब तेरा दर्शन होगा........ नाम है तेरा तारण हारा कब तेरा दर्शन होगा जिनकी प्रतिमा इतनी सुन्दर, वो कितना सुन्दर होगा - 2 तुमने तारे लाखो प्राणी यह संतो की वाणी है तेरी छवि पर मेरे भगवन ये दुनिया दीवानी है -2 भाव से तेरी पूजा रचाओं, जीवन में मंगल होगा जिनकी प्रतिमा इतनी सुन्दर, वो कितना सुन्दर होगा - 2 सुरवर मुनिवर जिनके चरण में निशदिन शीश जुकते है जो गाते है प्रभु की महिमा वो सब कुछ पा जाते है -2 अपने कष्ट मिटाने को तेरे, चरणों का वंदन होगा जिनकी प्रतिमा इतनी सुंदर, वो कितना सुंदर होगा - 2 मन की मुराते लेकर स्वामी तेरे चरण में आये है, हम है बालक , तेरे जिनवर तेरे ही गुण गाते है -2 भाव से पार उतरने को तेरे, गीतों का सरगम होगा जिनकी प्रतिमा इतनी सुंदर, वो कितना सुंदर होगा - 2 नाम है तेरा तारण हारा ...... 78

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