Book Title: Jain 40 Vratha katha Sangraha Author(s): Dipchand Varni Publisher: Digambar Jain Pustakalay View full book textPage 8
________________ 50-00 आध्यात्मिक ग्रंथ बृहत सामायिक पाठ और प्रतिक्रमण 30-00 नेमीनाथ पुराण 50-00 जम्बूस्वामी चरित्र 20-00 श्रीपाल चरित्र 20-00 दशलक्षण धर्मदीपक (दशलक्षणव्रत कथा सहित) 12-00 महाराणी चेलनी 20-00 धर्मपरीक्षा 25-00 आराधना कथा-कोष भाग-१ 20-00 मोक्षशास्त्र (तत्त्वार्थसूत्र) 15-00 जैनव्रत कथा (40 व्रत कथा) 30-00 गौम्मटसार जीवकांड 44-00 गौम्मटसार कर्मकाण्ड 41-00 स्वामी कार्तिकेयानुप्रेक्षा 57-00 परमात्मप्रकाश और योगसार प्रवचनसार-(कुंदकुंदाचार्य) 66-00 लब्धिसार (क्षपणासारगर्भित) 64-00 अष्टसहस्त्री भाग-१-२-३ 328-00 जैनधर्मका प्राचीन इतिहास भाग 1-2 400-00 णमोकार ग्रंथ 200-00 जैनेन्द्र सिद्धांतकोष 1-2-3-4-5 730-00 सर्वार्थसिद्धि 150-00 भक्तामर रहस्य ( यंत्रमंत्र सचित्र) 100-00 दिगम्बर जैन पुस्तकालय खपाटिया चकला, गांधीचौक, सूरत-३. (0261) 7427621 E-mail- jainmitra@worldgatein.com 40-00Page Navigation
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