Book Title: Bhavisayatta Kaha
Author(s): Kavi Dhanpal, C D Dalal
Publisher: Baroda Central Library
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6 सोवरण for सो वरण XVII 6 फुलिंदुग्गिलन्तो(?)for हविं दुग्गिलन्तो XIII 4 जस्स माणं , उस्समाणं
7 करालुग्गदादो , करातुंगदाढो SANDHI V
8 पइटोसि तं , पइड्रो सितं II 9 सप्परिवार , सम्परिवाउ
| XVIII 1 अग्गिफुलिंद दिंतु, अग्गिफुलिंददिंतु III 7 चरितकुलकमजुत्ति , चरितकुलकमजुत्तु
5 ढंढ वालभड भोइय , ढंढवाल भडभोइय IV 6गड , गयउ. य is me- AAI तुम्हहाम " तुम्हहार्म
11 हरियंदणचचंकिय ., हरियंदण चचं किय trically redundant. मंड जणेरिहिं .. मंडजणेरिहि |XXII 4देवि विवइसणाहहो,, देविवि हूइ सणाहहो 7 गिरिमयणाय , गिरिमयणायर
SANDHI VI The r is metrically useless; I 5 महण्णवि खित्ती , महण्णविखित्ती and 77019 is the name occur. अविभो० , सुअविओइ० ring everywhere else.
II 1 अजिय गण , अजियगण. VIII9 विंधणसील जुवाण, विंधणसीलजुवाण. 4 चंचलजीवलोई , चंचलजीव लोई . 1 रतुष्पलदल० , उप्पलदल.
6 मंछुडु
" में छुडु which lacks one syllable me- 9 एमगइ वि
, एम गइवि trically.
III 7 सोवाणपंति कय मोक्खहो , सोवाणIX 2 मि ज्झीणपरिवासई , मिज्झीणपरिवासई
पंतिकयमोक्खहो ___11 सरलंगुलि सुरेह कोम- सरलंगुलिउरेहकोम- IV 1 तंवतन्हई
, तव तन्हई लकर लकर
चउत्थि-अवरन्हई, चउत्थिा वरन्हई संझावयव , संझावय व
V3 पंचपयारु नह तंबिर , नहतंविर
___ 10 कर मउलि . 10 किउअ-पमाण-णिउत्तु,, किउ अपमाणु णिउत्तु | VI 1 हियत्थि x8 ०दसणायामविहोएं,, ०दसणायामविओहिं
5 सासणभत्ती , सासणिभत्ती मइमोहें , मइमोहि,
11 सिवसासयसह० , सिव सासयसह० - 9 परमत्यु , परइत्यु
VII 3 बहुदुक्ख जणेरी ,, बहुदुक्खजणेरी XI 1 करिणि व रोह० , करिणिवरोह. VIII 7 थिय मुणिवयण , थियमुणिवयण.
2 पिहियसिंगारि , पिहिय सिंगारि. XI 8 संभरिउ , संचरित 7 कमलमहासिरिआयउ , कमलमहासिरि XIII 10 गिरिमयणायदीवि,, गिरिमयणायरदीवि
XIV 14निरु XIII4 दलवद्विवि , दल वहिवि
XV 2 मुहिबंधवलोएं , सुहि बंधवलोएं XIV 5 दीविंदीउ , दीविं दीउ
9 रयणपुंजपुंजई , रयणपुंज पुंजई 10 सज्झसि विगयाई, सज्झसिवि गयाई
XVI20 जयकारिवि , जय कारिवि XVI 5 थक्कइ ताम विहुरु पव्वजिउ , ताम थका विहरू पवजिउ. The line as it is,
XVI 2 देवि तूल , देवितूल is metrically very faulty.
XVII 8 वणि वइसवणरिडि,, बणिवइ स वरिद्धि The readjustment removes
11 नायमुह सिजई , नायमुसिज्जई all the flaws.
XVIII 2 अच्छहिं , अच्छमि 7 नियवि किउ , नियविकिर
विजाहरकीलहं ,विजाहर कीलई -8 मंभीसिय , मं भीसिय
5 सहनिव्वुइ , सहि निव्वुइ
, पंच पयार , करमउलि , हियति
" नितु

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