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________________ महाराजा उमेदसिंहजी इस गिरोह के कुछ डाकू हत्या और लूट-मार में नाम पैदा कर चुके थे और उनकी गिरफ़्तारी के लिये बड़े बड़े इनाम घोषित हो चुके थे । इसीसे इस कार्य में सफलता प्राप्त करने पर जोधपुर-राज्य की पुलिस के लिये बड़ोदा राज्य और काठिया - बाड़ के ए० जी० जी० ने १५,५००) रुपये इनाम के तौर पर भेजे । ( इसके बाद महाराजा उमेदसिंहजी साहब के राज्याधिकार-ग्रहण करने के दरबार में स्वयं लार्ड रीडिंग ने भी मारवाड़ - पुलिस की प्रशंसा की । ) भादों सुदि १३ ( ४ सितंबर) को प्रातः काल वयोवृद्ध राठोड़-वीर महाराजा प्रतापसिंहजी का, हृदय की गति रुक जाने से, ७६ वर्ष की अवस्था में, स्वर्गवास हो गया । इस घटना पर अन्य नरेशों और मित्रों के अलावा स्वयं सम्राट्, सम्राज्ञी और राजकुमार (प्रिन्स ऑफ वेल्स ) ने भी तार द्वारा अपना हार्दिक शोक प्रकट किया । इसके बाद से ‘काउंसिल' के सभापति का कार्य पश्चिमी राजपूताने की रियासतों का 'रैजीडैंटे' करने लगा I वि० सं० १९७६ की कार्तिक वदि १२ ( ई० स० १६२२ की १७ अक्टोबर) को मुंशी दामोदरलाल लौट गया और 'जुडीशल - मैंबरी' का काम फिर पंडित सुखदेव - प्रसाद काक को सौंपा गया । वि० सं० १९७६ की माघ सुदि १० ( ई० स० १९२३ की २७ जनवरी ) को, महाराजा उमेदसिंहजी साहब के राज्याधिकार ग्रहण करने के उपलक्ष में, भारत के 'वायसराय' और 'गवर्नर जनरल' लॉर्ड रीडिंग का जोधपुर में आगमन हुआ । इस (वि० सं० १६७= के भादों के करीब ( ई० स० १९२१ की सितम्बर ) में तत्कालीन सब इन्सपैक्टर मिधा बलदेवराम ने इसी मीरख़ाँ के मुख्य सहायक जुमेख़ाँ और दत्तेख़ाँ का, भवातड़े के पास, मुक़ाबला कर उन्हें गिरफ्तार किया था। ) १. इस आकस्मिक घटना पर राज्य में तीन दिनों की छुट्टी की गई। २. (वि० सं० १९७८ की कार्तिक बदि ६ ( ई० स० १६२१ की २२ अक्टोबर ) को मिस्टर रैनॉल्ड्स छुट्टी से लौट आया था और वही इस समय यहाँ का रेज़ीडेंट था । ) ३. वि० सं० १६७६ की आश्विन वदि १ ( ई० स० १६२० की ७ सितंबर) को जयपुरनरेश महाराजा माधोसिंहजी का स्वर्गवास हो जाने से, उनकी मातमपुरसी के लिये, स्वयं महाराजा साहब ने जयपुर की यात्रा की । ४. मंगसिर वदि २ ( ६ नवंबर ) तक मिस्टर ड्रेक ब्रोकमैन के छुट्टी पर रहने से 'रिवेन्यू - मैचरी' का काम भी वही करता रहा । ५. माघ वदि ७ ( ई० स० १६२३ की ९ जनवरी) को पुलिस इन्सपैक्टर गुलाबसिंह, Shree Sudharmaswami Gyanbhandar-Umara, Surat ५४३ www.umaragyanbhandar.com
SR No.034554
Book TitleMarwad Ka Itihas Part 02
Original Sutra AuthorN/A
AuthorVishweshwarnath Reu
PublisherArcheaological Department Jodhpur
Publication Year1940
Total Pages406
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size35 MB
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