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________________ 13. भोमालीए-जमीन, खेत, मकान, दुकान आदि के संबंध में असत्य भाषण नहीं करना। 4. णासावहारो-किसी की धरोहर को नहीं दबाना ओर मायाजाल नही फैलाना। 5. कूडसक्खिज्जे-खोटी साक्षी तथा कोर्ट में झूठी गवाही नहीं देना। विशेष नियम 1. कठोर शब्दों से किसी का अपमान या तिरस्कार नहीं करूँगा/ करूँगी। 2. जाति, समाज व देश में फूट पड़े अथवा कषाय बढ़े, ऐसा कार्य नहीं करूँगा/करूँगी। 3. किसी की धरोहर (अमानत) मेरे पास रखी हुई हो तो उसे नहीं दबाऊँगा/दबाऊँगी। 4. पुष्ट प्रमाणों के बिना, मात्र अनुमान से किसी पर कलंक और झूठा आरोप नहीं लगाऊँगा/लगाऊँगी। 5. किसी को खोटी सलाह नहीं दूंगा/दूंगी। 6. किसी भी व्यक्ति की लज्जास्पद गुप्त बात रहस्य, जिससे किसी का ___मर्म प्रकाशित हो, ऐसी बात प्रगट नहीं करूँगा/करूँगी। 7. किसी के साथ धोखा हो, ऐसा झूठा दस्तावेज नहीं लिखूगा/ लिलूँगी। 8. बनावटी (जाली) नोट, सिक्का नहीं बनवाऊँगा/बनवाऊँगी। 9. व्यापार में वस्तु का मूल्य अपनी इच्छानुसार मागूंगा/मागूंगी, मगर कोई खरीदी भाव पूछेगा सो सत्य कहूँगा/कहूँगी। 10. किसी भी व्यक्ति के ऊपर गलत मुकदमा नहीं करूँगा/करूँगी। 11. किसी की उन्नति में बाधक नहीं बनूंगा/बनूँगी। 14
SR No.034372
Book TitleShravak Ke Barah Vrat
Original Sutra AuthorN/A
AuthorMangla Choradiya
PublisherSamyaggyan Pracharak Mandal
Publication Year2015
Total Pages70
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size1 MB
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