SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 50
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ 4. 2. तिर्यञ्च अपर्याप्त में 7 3 3 6 6 3. तिर्यञ्च पर्याप्त में 7 5 12 9 6 तिर्यञ्च अपर्याप्त अनाहारक में 7 3 1 5 6 5. तिर्यञ्च अपर्याप्त आहारक में 7 3 2 6 6 6. तिर्यञ्च पर्याप्त आहारक में 7 5 12 9 6 4 मनुष्य में जीव के भेद गुणस्थान योग उपयोग लेश्या 1. मनुष्य में 3 14 15 12 6 2. मनुष्य अपर्याप्त में 2 3 3 8 6 3. मनुष्य पर्याप्त में 1 14 15 12 6 4. मनुष्य अपर्याप्त अनाहारक में 2 3 1 7 6 5. मनुष्य अपर्याप्त आहारक में 2 3 2 8 6 मनुष्य पर्याप्त अनाहारक में 1 2 1 2 1 7. मनुष्य पर्याप्त आहारक में 1 13 14 12 6 5 देव में जीव के भेद गुणस्थान योग उपयोग लेश्या 1. देव में 3 4 11 9 6 2. देव अपर्याप्त में 3 9 6 देव पर्याप्त में 1 4 10 9 6 4. देव अपर्याप्त अनाहारक में 2 3 1 8 6 5. देव अपर्याप्त आहारक में 2 3 2 9 6 6. देव पर्याप्त आहारक में 1 10 9 6 6. 45
SR No.034370
Book TitleRatnastok Mnjusha
Original Sutra AuthorN/A
AuthorDharmchand Jain
PublisherSamyaggyan Pracharak Mandal
Publication Year2016
Total Pages98
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size1 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy