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________________ ( २ ) सात नयों का स्वरूप नेगमनय संग्रहनय व्यवहारनय ऋजुसूत्रनय शब्दनय नाम-निक्षेप स्थापनानिक्षेप द्रव्यनिक्षेप भावनिक्षेप समभिरूढ़नय एवंभूतनय प्रमाण अन्यमतानुसार प्रमाण का स्वरूप और भेदों का . स्पष्टीकरण जैनमतानुसार प्रमाण का स्वरूप तथा उसके भेद और प्रत्यक्ष का वर्णन ... परोक्ष प्रमाण का वर्णन आगम प्रमाण सप्तभंगी प्रमेय तस्व का स्वरूप ... ८४ लाख जीवयोनिका वर्णन सत्व का स्वरूप अगुरुलघु का उदाहरणों के साथ स्पष्टीकरण उपसंहार और अन्त्य मंगलाचरण Scanned by CamScanner
SR No.034164
Book TitleDravyanubhav Ratnakar
Original Sutra AuthorN/A
AuthorChidanand Maharaj
PublisherJamnalal Kothari
Publication Year1978
Total Pages240
LanguageSanskrit, Hindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size114 MB
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