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________________ 8. अपने लेखन की समालोचना करें - एक बार ब्लॉग पोस्ट प्रकाशित कर देने के बाद उन सभी स्टेप्स का अवलोकन करें जो आपने उठाई हैं। आपने क्या ठीक किया और क्या आप नहीं कर पाए? आपको कौन सी समस्याएँ आईं और आपने उनका सामना कैसे किया, आपने उनसे क्या सीखा? अगली बार पोस्ट करते समय आप उनसे कैसे निबटेंगे? क्या आप इससे बेहतर पोस्ट लिख सकते थे? ऐसे कौन से भटकाव या अड़चनें थीं जिनसे छुटकारा पाया जा सकता था? यह मानसिक हलचल आपको परिपक्व लेखक बनाएगी और क्रमशः आप लेखन में स्वयं को डुबाने और इसमें सिद्धहस्त होने का आनंद उठाने लगेंगे। 9. कल की तयारी करें - लेखन की समालोचना करने के पश्चात अगले दिन के लिए सोचे गए कार्य की योजना बना लें। फ़िर से अपने लक्ष्य का मानसदर्शन करें और मनन करें। अगले दिन नए उत्साह और उमंग के साथ लिखें। यह पोस्ट लियो बबौटा के ब्लॉग राइट टडन से कुछ हेरफेर के साथ अनूदित की गई है। मूल पोस्ट आप यहाँ पढ़ सकते हैं। 153
SR No.034108
Book TitleZen Katha
Original Sutra AuthorN/A
AuthorNishant Mishr
PublisherNishant Mishr
Publication Year
Total Pages210
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size2 MB
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