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________________ पुन: गर्लफ्रेंड पर वापसी, यदि फोन नंबर से नहीं तो आकड़ों से यही चलता चला जाता हैं, अनंत तक। सारतत्व को देखो। पहली बात तो कि तुम समस्याएं क्यों निर्मित करना चाहते हो? क्या वे वास्तव में समस्याएं हैं? क्या तुमने अपने आपसे सर्वाधिक मूलभूत प्रश्न पूछा है : क्या वास्तव में समस्याएं हैं, या तुम उन्हें निर्मित कर रहे हो, और तुम उन्हें निर्मित करने के आदी हो गए हो, और तुम उनके साथ रहते हो और यदि समस्याएं न हो तो अकेलापन अनुभव होता है? तुम संतापग्रस्त भी रहना पसंद करोगे, लेकिन तुम रिक्त होना नहीं चाहोगे। लोग अपनी पीड़ाओं तक से चिपकते हैं किंतु रिक्त होने को राजी नहीं हैं। मैं रोज इसे देखता है। एक दंपति आते हैं। दोनों वर्षों से झगड़ रहे हैं, वे कहते हैं कि पंद्रह वर्षों से वे लड़ा करते हैं। पंद्रह वर्षों से विवाहित हैं और लगातार लड़ रहे हैं और एक-दूसरे के लिए नरक निर्मित कर रहे हैं। तब तुम अलग क्यों नहीं हो जाते? तुम पीड़ा से क्यों चिपक रहे हो? या तो बदल जाओ या अलग हो जाओ। अपना सारा जीवन बर्बाद करने में क्या सार है? लेकिन मैं देख सकता है कि क्या घट रहा है। वे अकेले होने के लिए तैयार नहीं हैं। कम से कम पीड़ा से उनको साथ तो मिलता है। और वे नहीं जानते कि अब यदि वे अलग हो जाते हैं वे अपने जीवन को किस भांति संचालित करने जा रहे हैं। वे लगातार चलने वाले संघर्ष, क्रोध, बकवास, लड़ाई और हिंसा के एक निश्चित ढांचे में समायोजित हो चुके हैं। उन्होंने इसकी तरकीब सीख ली है। अब वे नहीं जानते कि किसी और के साथ, एक अलग परिस्थिति में, भिन्न व्यक्तित्व के साथ, कैसे रहा जाए। किसी और के साथ कैसे रहा जाए? वे और कुछ जानते भी नहीं उन्होंने संताप की एक विशिष्ट भाषा सीख ली है। अब वे इसमें क्षमता और कौशल अनुभव करते हैं। किसी नये व्यक्ति के साथ होने का अर्थ है दुबारा अ ब स से आरंभ करना। पंद्रह साल एक निश्चित कार्य व्यापार में संलग्न रहने के बाद व्यक्ति कहीं और जाने में भयग्रस्त अनुभव करता है। मैंने एक बड़े फिल्म स्टार के बारे में सुना है, जो एक मनोचिकित्सक के पास गया और बोला, मझमें संगीत की कोई प्रतिभा नहीं है, अभिनय की कोई योग्यता नहीं है। मैं कोई खूबसूरत, सजीला व्यक्ति नहीं हूं। मेरा चेहरा कुरूप है, मेरा व्यक्तित्व बहुत दुर्बल है। मुझे क्या करना चाहिए? और वह एक प्रसिद्ध फिल्म अभिनेता है। इस पर वह मनोचिकित्सक बोला. लेकिन आप अभिनय छोड़ क्यों नहीं देते? यदि आपको लगता है कि आप में कोई प्रतिभा नहीं है, कोई मेधा नहीं है, और यह वह कार्य नहीं है जिसे आपको करना है, तो आप इस कार्य से हट क्यों नहीं जाते? उसने कहा : क्या? इसमें बीस साल काम करने के बाद, और अब जब कि मैं करीब-करीब एक प्रसिद्ध सितारा बन चुका हूं? तुम्हारी पीड़ाओं में भी तुम्हारा निवेश है। देखो। जब एक समस्या हटे बस देखो, वास्तविक
SR No.034099
Book TitlePatanjali Yoga Sutra Part 05
Original Sutra AuthorN/A
AuthorOsho
PublisherUnknown
Publication Year
Total Pages471
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size4 MB
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