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________________ औदकाः सृष्टयश्चैव] श्लोकपादसूची [क एष मृत्युभगवन् . औदकाः सृष्टयश्चैव 12. 10. 27".. और्वेण वसता छन्नं 3. 299. 14. 4. App. 1. 37 pr.. औदार्य चैव गाम्भीर्य 4. App. 36. 16 pr. और्वेणैकेन नाशितम् 13. 138. 11". औदार्य परमं कृत्वा 9. 253*. 2 pr. और्वोऽग्निं वरुणालये 1. 171. 21. औदुम्बरमथापि वा 14. App. 4. 2783 post. और्वो नाम महातेजाः 13. 56. 4deg. औदुम्बरश्च वैश्यस्य 13. 211*. 2 pr. औशनस्यास्तथैव च 14. App. 4. 50 post. औदुम्बरं रत्नपीठं 12. 55*. 1 pr.. औशिजश्चैव कक्षीवान् 12. 201. 25deg. 13. App. 18. 64 pr. औदुम्बरा दुर्विभागाः 12. 48. 12. औशीनरः पुण्डरीकः 2. 8. 14". औदुम्बरे समासीनं 8. 6. 38". औशीनरः साधुशीलः 3. App. 21. 45deg. औद्दालकं महाराज 3. 82. 140deg. औशीनर्यामजनयत् 2. 19.5deg. औद्दालकिः श्वेतकेतुश्च राजन् 3. 132.30 औषधग्राममेव च 12. 87. 134. औद्दालकिः श्वेतकेतुः पृथिव्याम् 3. 132. 1. औषधं जगतः सेतुः 13. 135. 44. औद्दालकेन यजता 9. 37. 22deg. औषधं सर्वदुःखेषु 3. 58. 27deg. औद्दालकेस्तथा यज्ञे 9. 37.21". औषधानां प्रदाता च 13. App. 15. 3404 pr. औद्भिजा जन्तवः केचित् 12. 134.80. औषधानि च सर्वशः 12.69. 54". औद्भिदं प्रथम वर्ष 6. 13. 12".. औषधानि च सर्वाणि 12. 69. 576. औद्भिदांश्च वनस्पतीन् 12. 200. 254. औषधान्यगदादीनि 12. 155. 4. 14. 50. 16*. औद्भिदाः स्वेदजाश्चैव 12. 160. 20%. औषधार्थ यदज्ञानात् 13. App. 15. 2950 pr. औपकाश्च कलिङ्गाश्च 6. 10. 67. औषधैर्नियमेन वा 2. 5. 79. औपत्यकानपाहार्यन् 2. 472*. 1 pr. औषधैर्वा तथा युक्तैः 2. 11. 6". औपपत्तिकमाहारं 13. 52. 27. औष्ट्रमाविकमेव च 14. App. 4. 2819 post. औपवाह्यगतो राजा 1. 1991*:7 pr.; App. 109. 11 pr. औष्णीषाननिवासांश्च 2. 47. 15. औपवाह्यमथारुह्य 1. App. 108. 40 pr. औपवाह्योपरिगर्त 1. App. 108. 14 pr. औपवृत्ता नृपास्तस्य 2. 473*. 1 pr. क इज्यते कश्च यज्ञः 13. App. 1. 31 pr. औपासन इति स्मृतः 14. App. 4. 2575 post. क इज्यते द्विजश्रेष्ठ 12. 333. 2. औपासनविहीनस्तु 13. 435*. 3 pr. क इमामुद्धरेदिति 12. 314. 10. औपासनं चावसथ्य 14. App. 4. 2586 pr. क इमे शेरते चेह 1. 139. 19deg. औमा माहेश्वराश्चैव 14. App. 4. 33 pr. क इवान्यो रणे कुर्यात् 8. 51. 43". औरभ्रमुत्तरायोगे 13. 63. 32. क इवोत्सहते हन्तुं 6. 103. 62deg. औरसस्य विनाशने I. App. 95. 23 post. क इह पुमान्भवमाह्वयेधुधि 8. 26. 64. औरसेन बलेन च 1. 204. 14. 12. 125. 12. क इहान्यो भवेत्राणं 3. 232. 11". औरसेन बलेनान्नं 13. 113. 18". क उपायः कृतो देवैः 1. 9. 9". औरसो भवतः पुत्रः 15. 6.70. क उपायो भवेदिति 1. 39. 2203 App. 113. 3 post. और्जस्थ्य विजयेदेवं 12. 104. 21. क उपायो वरप्राप्तौ 13. App. 17. 1 pr. औणं च राङ्कवं चैव 2. 47. 22. क एताजातु युध्येत 7. 61. 41". . और्वदेहिकधर्माणां 12. 211. 3. क एनमनुगच्छति 13. 112. 104. और्वत्रिताभ्यामसि तुल्यतेजाः 1. 50. 16. क एनान्हन्तुमर्हति 12. 254. 45. और्व दृष्टः प्रभावस्ते I. 170. 14". क एष कौरवान्दीर्णान् 7. 167. 240 और्वस्तस्यां समभवत् 1. 60. 45deg. क एष दिवमाक्रम्य 12. 350. 15. और्वस्यासीत्पुत्रशतं 1. 60. 48. __ क एष नदतीति ह 7. 167. 26f.. और्व चाख्यानमुत्तमम् 1. 2. 87'. क एष भगवन्दैत्यः 3.194. 60. . और्व मम सुतोत्तमम् 1. 170.6.. क एष भगवानृषिः 1. 164. 44.. ...... -और्वाग्निरिव सागरे 12. 137.:41. क एष मृत्युभगवन् 7. App. 8. 63 pr....... . - 603
SR No.032840
Book TitlePatrika Index of Mahabharata
Original Sutra AuthorN/A
AuthorParshuram Lakshman Vaidya
PublisherBhandarkar Oriental Research Institute
Publication Year1967
Total Pages808
LanguageEnglish
ClassificationCatalogue
File Size25 MB
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