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________________ के एष रथवाहकः] महाभारतस्थ [कङ्कपत्रैः शितैः शरैः क एष रथवाहकः 3.72.11. क एष वेषप्रच्छन्नः 4. 36. 29". क एष हनुमानाम 3. 147. 10%. क एषामीश्वरः परः 12.862*. 4 post. क एषां श्रेष्ठभागिति 8. 28. 17'. ककुत्स्थोऽथ प्रवर्धनः 2.94*. 1 post. ककुत्स्थो नाम वीर्यवान् 3. 193.2. ककुत्स्थो विक्रमी रघुः 1. 1. 1724. ककुद तस्य चाभाति 13. 14. 109". ककुदं सर्वगो रुद्रः 13. App. 9. 144 pr. ककुदं सर्वधन्विनाम् 6. 15. 44deg. ककुदं सर्वभूतानां 12. 89. 26deg. ककुदं सर्वयोधानां 6. 14. 4". ककुदं सर्वसैन्यानां 7. 3.6%3 6. 17". ककुदः सर्वयोधानां 4. 910*. 41 pr. ककुदे मृदिते सति 7. 23. 15. 8. 5. 106". ककुद्देशे नभःस्थलम् 14. App. 4. 2014 post. ककुमांश्च गवां वरः 4. 47*. 19 post. कधी च गवां वरः 4.2. 13. ककुभाः कोविदाराश्च 14. App. 4. 1644 pr. ककुभैश्च सकेतकैः 9.231*. 1 post. कक्षकः कालदन्तकः 1. 52.6. कक्षनः शिशिरनश्च 1. 133. 20% 3, App. 85. 13 pr. कक्षमक्षय्यभुग्यथा 13. 9. 17. कक्षमग्निमिवोद्धृतः 7. 120. 36". कक्षमग्निरिव ज्वलन् 8. 40. 3.9. 23. 600. 13. 51. 384. कक्षमग्निरिवोत्थितः 8. App. 1. 41 post. कक्षमग्निर्यथा वने 8. 39. 27t. कक्षमिद्धो यथा वह्निः 8. 56. 29deg. कक्षसेनश्च राजर्षिः 13. 151.50% App. 14B. 30 pr. कक्षसेनः क्षितिपतिः 2. 4. 19". कक्षसेनार्टिषेणौ च 14. 94. 32. कक्षसेनोग्रसेनौ च 1. 89. 486. कक्ष कृष्णगतिर्यथा 5. 164. 200. कक्षं दहति सानिलः 3. 27. 17. कक्षं दहन्दीप्त इवाश्रयाशीः 8. 403*. 6. कक्षं दहनग्निरिवोष्णगेषु 3. 252. 15. कक्षं दहेकृष्णगतिः सघोषः 9. 23. 61'. कक्षं दिधक्षन्निव धूमकेतुः 6. 55. 1064. कक्षं दीप्त इवानलः 10. 3. 284. कक्षं वातेरितः प्रभुः 1. 1005*. 1 post. कक्षः संवर्धते महान् 12. 83. 47. कक्षान्तरे दशमिरतीव कुद्धः 8. 65. 126. कक्षाबन्धं च चक्रतुः 2. App. 7.5 post. कक्षीवतस्तपोवीर्यात् 2. 206*. 7 pr. कक्षीवन्तं तथौशिजम् 1. 1. 166". कक्षीवाजामदग्यश्च 12. 281. 15. कक्षीवानार्टिषेणश्च 13. App. 7.27 pr. कक्षीवानौशिजश्चैव 2. 4. 156. कक्षीवानौशिजस्तथा 13. 151: 31. कक्षीवान्कमठादयः 12. 285. 14. कक्षीवाम्गौतमस्तायः 2.7.16. कक्षे कृष्णगतिर्यथा 13. 84. 53. कक्षेऽग्निरिव वर्धते 5. 122. 36%. कक्षेऽग्निरिव संज्वलन् 9. 3. 354. कसे चरति सानिलः 6. 112. 66deg ; 409*. 1 post. कसे मलं गृहीत्वा तु 4. 252*. 1 pr. कक्षेयुश्च नराधिपः 13. 151. 48. कक्षे रुधिरपातेन 12. 130. 20. कक्षैः कक्षा विधुन्वानौ 2. App. 7. 2 pr. कक्ष्यान्तरे तीक्ष्णमुखैरविध्यत् 8. 1030*. 4. कक्ष्यान्तरे नागमिव प्रभिन्नम् 8. 1030*. 8. कक्ष्यामिरग्निकुण्डैश्च 7. App. 21. 11 pr. कक्ष्यामिरथ तोत्रैश्च 6. 99. 25. कक्ष्यामभ्यहनत्कपिः 8. 63. 68. कक्ष्यामुत्पीड्य पाण्डवः 3. 12. 49. कक्ष्याश्च कनकोजवलाः 6. 50. 48. कक्ष्यां निष्क्रम्य पार्थिवः 7. 58. 14. कक्ष्यां पाशे न धारयेत् 14. App. 4. 1558 post. कङ्ककाकनिषेवितम् 11. 16.7. कङ्कगृध्रमहाग्राहां 7. 131. 120%. कङ्कगृध्रान्स संस्पृशेत् 13. App. 15.2758 post, कङ्कगोमायुवायसाः 1. 1651*.8 post. कङ्कगोमायुहर्षणम् 7. 1179*. 1 post. कङ्क धूर्त प्रवर्तताम् 4. 63. 29. कङ्कनामा युधिष्ठिरः 4. 315*. 6 post. कङ्कपत्रच्छदा बाणाः 2. App. 28. 123 pr. कङ्कपत्रपरिच्छदाः 7. 66. 278. कङ्कपत्रपरिच्छदैः 6. 64. 10; 97. 390; 107. 40d. 7. 68. 57. कङ्कपत्रान्शिलाशितान् 14.77. 15. कङ्कपत्रास्तनुच्छिदः 7.29. अ. कङ्कपत्रिमिराहवे 9. 15. 56. कङ्कपत्रैरजिह्मगैः 8. 35. 40"; 38.7. कङ्कपत्रैयुधिष्ठिरः 7. 15. 20. कङ्कपत्रैः शितैः शरैः 6. App. 4. 185 posts -604
SR No.032840
Book TitlePatrika Index of Mahabharata
Original Sutra AuthorN/A
AuthorParshuram Lakshman Vaidya
PublisherBhandarkar Oriental Research Institute
Publication Year1967
Total Pages808
LanguageEnglish
ClassificationCatalogue
File Size25 MB
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