SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 527
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ एकवस्त्रां सभागताम् ] श्लोकपादसूची [ एकस्तु कुरुते पार्ष एकवस्त्रां सभागताम् 5. 88.50". एकवासा असंवीतः 3.58.6". एकवासाश्च दुर्वासाः 12.292. 80. एकविंशच्छतानि च 2. App. 21.950 post. एकविंशतिमेधान्ते 14. 29. 186. एकविंशतिरात्रेण 13. 26. 30deg. एकविंशतिरुत्पन्नाः 12.321.350. एकविंशतिवर्षों वा 13. 44. 13. एकविंशतिशाखं च 12. 330. 320. एकविंशतिसंख्यया 12. 207*.2 post. एकविंशतिसाहस्रान् 9. 18. 47. एकविंशतिसाहस्राः 9. 18. 37deg. एकविंशश्च दश च 12.308. 112". एकविंशे तु दिवसे 13. 110.87". एकवीरत्वमागतः 8. 51. 35*. एकवीरमनावृष्यं 7. App. 8. 361 pr. एकवीरमुवाच ह 8. 31. 284. एकवीरवधाय च 1. 130*. 1 post. एकवीरवधे कस्मात् 7. 157. 2. एकवीरवधे मम 3. 294. 29. एकवीरवधे मोघा 7. 157. 1". एकवीरस्तु सूतजम् 7. 1060*.2 post. एकवीरं मदोत्कटम् 5. 17*.1 post. एकवीरेण कर्णेन 8. 16. 1. एकवीरो महाबलः 10. 1. 56. एकवीरो महारौद्रः 8. 27. 59". एकवीरो महेष्वासः 8. 857*. 1 pr. एकवेणीधराः सर्वाः 2. App. 21. 951 pr. एकवेणीधराः स्त्रियः 2. App. 21. 1087 post. एकवेदसमायुक्ताः 3. 148. 19". एकवेदस्य चाज्ञानात् 3. 148. 29%. एकव्यूहविभागो वा 12. 336. 53. एकशत्रुवधेनैव 5. 132. 230. एकशब्दांश्च नानार्थान् 1. App. 111. 35 pr. एकशय्यासनं शक्रः 12. 322. 21. एकशय्यासनाशनौ 1. 200. 19. एकशय्यां व्रजेत वा 14. App. 4. 1755 post. एकशीर्ष नमो नमः 12. App. 28. 216 post. एकशीलसमाचारौ 1, 201. 4. एकशीलाच मित्रत्वं 3. 201. 90. 12. 265. 11" एकशृङ्गस्ततो ह्यहम् 12. 330. 274. एकशृङ्गः पुरा भूत्वा 12. 330. 27". एकङ्गाय धीमते 12.327.95. एकशृङ्गाविवाचलौ 1. 124. 300. एकशृङ्गो महाद्युतिः 3. App. 16. 91 post. एकशङ्गो महाराज 6. 458*. 2 pr. एकश्च दश चाष्टौ च 12. 267. 30deg. एकश्च पञ्च वर्षाणि 4. 44. 6deg,7". एकश्चरति क्षेत्रेषु 13. 339. 50. एकश्चरति यः पश्यन् 12. 237.5%. एकश्चाग्निमतर्पयत् 4. 44.54.8. 22.2. एकश्चापि शतात्परः 1. 107. 1. एकश्चानोति दुष्कृतम् 14. App. 4. 2200 post. एकश्चाप्यगणः संख्ये 9. 30. 369. एकश्चार्था चिन्तयेत् 5. 33. 45. एकश्वासि महाबाहो 3. 19. 10. एकश्चास्यास्पृशद्दिवम् 13. 141. 24'. एकश्चत्पुत्रवान्भवेत् 13. 315*.7 post, एकश्चेद्योद्धमाक्रन्दे 9.31. 26". एकश्वेमां महीं जित्वा 8. 22..2. एकश्चैव पराभवम् 12. 220.244. एकसार्थप्रयातानां 11.7*.9 pr.; App. 1. 29 pr. एकसाथ प्रयातासि 1. App. 112. 14 pr. एकसार्थ प्रयाताः स 1. 175.6deg3; App. 96.9 pr. एकसाथै प्रयातौ स्वः 10. 5. 300. एकसार्थाः प्रयाताः स्मः 1. App. 95.73 pr. एकस्ततो महाबाहुः 7. 929*. 3 pr... एकस्तत्र बलोन्मत्तः 2. 161*.6 pr. एकस्तत्र बलोपेतः 3. 10. 12. एकस्तत्राभवद्विन्दुः 12. 335. 22deg. एकस्तथैकं रथिनं रथाय्यान् 8. 809*. 3. एकस्तद्वेद भगवान् 12. 203. 21. एकस्तम्भं चतुर 13. 110.66%. एकस्तम्भं सुरक्षितम् 1. 38. 286. एकस्तम्भे नवद्वारे 14. App. 4. 1688 pr. एकस्तरति दुःखानि 13. 112. 11'. एकस्तव सुतो बालः 1. 149. 2". एकस्तवाधिको लोके 1. App. 80. 30A 8 pr. एकस्तस्थौ नरव्याघ्रः 6. App. 4. 117 pr. एकस्तस्मिन्महावने 3. 714*. 1 post. एकस्तान्मन्त्रविनीतः 13. 90. 47. एकस्तिष्ठति चापरः 12. App. 20. 91 post. एकस्तिष्ठति विश्वात्मा 12. App. 17B. 45 pr. एकस्तिष्ठति सर्वात्मा 2. App. 21. 53 pr. एकस्तु कुरुते पापं 1. App. 46. 39 pr, 4, App. 15, 42 pr.; App. 18. 11 pr, - 519 -
SR No.032840
Book TitlePatrika Index of Mahabharata
Original Sutra AuthorN/A
AuthorParshuram Lakshman Vaidya
PublisherBhandarkar Oriental Research Institute
Publication Year1967
Total Pages808
LanguageEnglish
ClassificationCatalogue
File Size25 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy