SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 526
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ एकमेव तु ये पातं] महामारतस्थ [एकवस्त्रां रुदन्ती तो एकमेव तु ये पातं 8. 28. 28deg. एकमेव दहत्यग्निः 12. App. 2. 22 pr. एकमेव निहत्याजौ 9. 32. 3. एकमेव ब्रह्मचारी 12. 716*. 1 pr. एकमेव सतां युगे 2. 169*. 1 post. एकमेव स वै राजा 12.308. 134deg. एकमेव हि लोकेऽस्मिन् 7. 166. 5. एकमेवाद्वितीयं तत् 5. 33. 46*. एकमेवाधितिष्ठति 13. App. 15. 3987 post... एकमेवाहमिच्छामि 3. 294. 26". एकया द्वे विनिश्चित्य 5. 33. 43". एकया प्रजया पित्रोः 1. App. 65. 16 pr. एकया यात्यनावृत्तिं 6. 30. 26. एकयोनित्वमागतम् 13. 83. 53*. एकयोनिमुखं कृतम् 12. 328. 52. एकयोनि स्वयंभुवा 12.75. 13. एकयोनी प्रवर्तितौ 12. 329. 1. एकरश्मिर्दिवाकरः 12. 315. 47. एकराज्यं कुरूणां स 5. 54. 10deg. एकराज्यावेकगृहौ 1. 200. 19". एकरात्रमुषित्वेह 3. 129. 10. एकरात्रं तु ते ब्रह्मन् 1. 1375*.2 pr. एकरात्रं द्विरानं वा 13. App. 10. 410 pr. एकरात्रं समासाद्य 3. 81. 159". एकरात्रा शमीगेहे 8. 30. 46. एकरात्रेण मान्धाता 12. 124. 16deg. एकरात्रेण सिध्यति 13. 26. 31". एकरात्रेण स्वर्गता 1. App. 86. 4 post. एकरात्रोषितः कंचित् 3. 163. 10. एकसत्रोषितो नरः 3. 81. 159. 13. 26. 54. एकरात्रोषितो यतिः 14. App. 4. 2225 post. एकरात्रोषितो राजन् 3. 80. 1099; 82. 76deg. एकराशौ समेष्यन्ति 3. 188. 87". एकरूपं द्विधेत्येके 14. 48. 16deg. एकरूपानवस्थितान् 1. App. 96. 35 post. एकरूपेण विष्ठितः 12.606*.6 post. एकलक्ष्ये महाद्युतिः 3. 40. 13. एकलव्य उपानही 2. 49. 8. एकलव्य प्रयच्छ मे 1. 1394*. 1 post. एकलव्यमनुस्मरन् 1. 123. 26deg. एकलव्यमभाषत 1. 1399*. 1 post. एकलव्यमिदं वचः 1. 123. 33. एकलव्यसुतश्चनं 14. 84.81. एकलव्यस्तु तच्छ्रुत्वा 1. 123. 34", 36%. एकलव्यस्तु तं दृष्ट्वा 1. 123. 31". एकलव्यस्य चात्मजः 5.4.23. एकलव्यस्य जग्मिवान् 14. 84.7". एकलव्यं च विक्रान्तं 2. App. 23. 15 pr. एकलव्य दुमं श्वेतं 2. 161*. 3 pr. एकलव्यं धनुष्पाणिम् 1. 123. 30deg. एकलव्य नाम निषादराजम् 5. 47.71. एकलव्यं हि साङ्गुष्ठं 7. 156. 19". एकलव्यः सुमित्रश्च 1. 61. 584. एकलव्ये तथैव च 2. App. 19. 9 post. एकलव्ये स्थिते राजन् 2. App. 20. 8 pr. एकलव्यो महाराज 1. 123. 10. एकवक्रो द्विवक्रश्च 13. App. 4. 75 pr. एकवर्णश्च वाजी सः 13. App. 1A. 96 pr. एकवर्णस्तदा लोकः 3. 188. 41. एकवर्णानि चान्यानि 14. App. 4. 1647 pr. एकवर्णास्तु दृश्यन्ते 12. App. 30. 9 pr. एकवर्णेन सर्वेण 7. 22. 49%, 55. एकवर्णेऽपि दोषं तु 13. App. TA. 162 pr. एकवर्णैः सुकृष्णाङ्गैः 5. 84.6". एकवर्णो न वा भद्रे 13. App. 1A. 146 pr. एकवर्णोऽपि पार्थिव 13. 210*.7 post. एकवर्णो हयो राज्ञि 13. App. 1A. 80 pr. एकवर्षान्तरास्त्वेव 1. 213. 79". एकवर्षान्तरास्त्वेवं 1. App. 67.45 pr. एकवस्त्रधरा नार्यः 11. 9. 10deg. एकवस्त्रधराः सर्वे 1. 1292*. 4 pr. एकवस्त्रः शुचिः स्नातः 13. App. 14. 273 pr. एकवस्त्रा अधोनीवी 2. 60. 15. एकवस्त्रा तु रुदती 2. 71. 18%. एकवस्त्रा निरानन्दाः 1. 1490*. 3 pr. एकवस्त्रानुसंवीताः 11. 24.70. एकवस्त्रान्तराशित्वं 12. 292. 14. एकवस्त्रामलंकृताम् 3. 122. 10'. एकवस्त्रा रजस्वला 3. 13. 686.6.87.26.9. 4. 16. एकवस्त्रार्धसंवीतं 3. 61. 101". एकवस्त्रा विकृष्टास्मि 3. 13. 54. एकवस्त्रा सभां मता 5. 88.85deg. एकवस्त्रा समां नीता 4. 45. 11. एकवस्त्रां च पाञ्चाली 2. 72. 15". एकवस्त्रां रजस्वलाम् 11. 14.5. 12. 16. 17. 14. 12.76. एकवस्त्रां रुदन्तीं तां 2. App. 41. 58 pr. -518
SR No.032840
Book TitlePatrika Index of Mahabharata
Original Sutra AuthorN/A
AuthorParshuram Lakshman Vaidya
PublisherBhandarkar Oriental Research Institute
Publication Year1967
Total Pages808
LanguageEnglish
ClassificationCatalogue
File Size25 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy