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________________ अतः प्रसह्य हृतवान् / महाभारतस्थ [ अतिक्रान्तोऽमृतस्यार्थे अतः प्रसह्य हृतवान् 1.213.5. अतः प्रहर्षः सुमहान् 7. 137. 420. अतः प्राग्वचनं विदुः 12. 121. 12. अतः प्राप यन्ति यादवाः 11. 25. 454. अतः प्रीयन्ति देवताः 13. 103.5. अतः शोचामि पुत्रक 1. 94.574. अतः श्रेयो मृतं मन्ये 13.8*. 4 pr. अतः स कामसंयुक्तः 13. 109. 570. अतः सत्यं प्रशंसन्ति 12. 156. 23. अतः सत्यां प्रतिज्ञां तां 8. 49. 1096. अतः सर्वं तु यद्वृत्तं 1. App. 45. 20 pr. अतः संभाव्यमेवैतत् 5. 133. 376. अतः संमानमाकाङ्क्षन् 13. App. 1A 400 pr. अतः सूतं समाहूय 7. 122. 39%. अतः सृष्टमिदं ब्रह्मन् 10. 15. 156. अतः सोमस्य हानिश्च 5. 97. 4. अतः स्तन्यं प्रभवति 12. 255. अतः स्म सर्वे त्वयि संनिकर्ष 12.51. 17deg. अताडयच्छङ्ख देशे 9.56. 586. अताइयच्छतानीकं 10. 8.51". * अताडयच्छत्रुममित्रकर्शनः 9. 56.60%. अताडयत किं भेरीः 2. 231*. 3 pr. अताडयत्ताण्डवमग्रतः स्थितं 9. 56. 63. अताडयदमेयात्मा 6. 112. 10. अताडयद्भीमसेनः 9.56. 530. अताडयगणे शूरः 8.56. 16. अताडयत्रणे भीम 6. 114.39. अताडयं शरणाथ 3 163. 20. अताडयंस्तथाभञ्जन् 10. 8. 92. अताशस्य किं मेऽद्य 2. 00.28. अताहशस्य मे किं नु 2. 447*.3 pr. अतापयच्छरव्रातः 7. 85. 25. अतापयसैन्यमतीव भीमः 8. 53. 14. अतारयं जनं तत्र 1. 1047*. 1 pr. अतार्षं त्वामहं नदीम् 12. 83. 38". अतिकटुम्ललवणैः 13. App. 15. 2976 pr. अतिकर्कशदेहाय 12. App. 6. 12 pr. अतिकम प्रतीतश्च 13. 91. 360. अतिकायश्च पुत्रस्ते 1. 68. 784. अतिकायं महाबलम् 3. 146. 714. अतिकायः स तेजस्वी 9.50. 324. अतिक्रमं मे भगवन् 13. 96. 49. अतिक्रमेच्च माहात्म्यात् 8. 63.520. अतिक्रमेत नृपतिः 12. 286.50. अतिक्रमे मजमानः 12. 282, 20%. अतिक्रमो मद्विधस्य 3. 30. 24. अतिक्रम्प च चक्राङ्ग: 8.28. 43. अतिक्रम्य च तं पार्थ 3. App. 17. 31 pr. अतिक्रम्य च राजानः 1. 1014*.2pr.; 1016*. 2 pr. अतिक्रम्य च शासनम् 14. App. 4. 2147A 1 post. अतिक्रम्य च हत्वा च 7. 812*. 1 pr.. अतिक्रम्य ततोऽर्जुनः 2. App. 12. 67 post. अतिक्रम्य तथा बहून् 7. 186*.2 post. अतिक्रम्य तथार्चितः 2. App. 19.7post. अतिक्रम्य दिवाकरः 3. 160. 25. अतिक्रम्य बहूनन्यान् 12. 220. 45. अतिक्रम्य महाभुजम् 2. App. 23, 2 post. अतिक्रम्य महारथान् 5. 122.28. अतिक्रम्य महावीय 2. App. 23.5 pr., 7 pr., 9 pr., 16 pr. अतिक्रम्य ससादाथ 14.58. 3. अतिक्रम्याभिनईसि 8. 27. 30deg. अतिक्रम्याभ्यतिक्रम्य 12. 125. 13". अतिक्रम्येव पर्वतान् 7.76. 20. अतिक्रान्तगुणक्षयम् 12. 243. 21". अतिक्रान्तमतिक्रान्तं 1. 2064*.2 pr. अतिक्रान्तममेधसाम् 3. 30.24. अतिक्रान्तमशोचन्तः 12. 116. 16. अतिक्रान्तश्च मर्यादा 1.78.20%. अतिकान्तसुखाः कालाः 1. 119.60. अतिक्रान्तस्तदा युद्ध 7.531*.pr. अतिक्रान्तस्य कार्यताम् 12. 243.23. अतिक्रान्तं च प्रातं च 13. App. 8.20 pr. अतिक्रान्तं यन्न ममेति विद्यात् 12. 105.220. अतिक्रान्तं हि यत्काय 8.22.21. अतिक्रान्तानि भोज्यानि 3. 188. 25. अतिक्रान्ताश्च बहवः 12. 326.95%. अतिक्रान्तास्तु वेगेन 3App. 18. 23 pr. अतिक्रान्तात्रयो रथाः 7. 105.8". अतिक्रान्तास्त्वया राजन् 13. App. 3. 144 pr. अतिक्रान्ताः पुराणेषु 12. 326. 956. अतिक्रान्ते च लोकानां 8. 63.526. अतिक्रान्तेन वयसा 3. 277.7deg. अतिक्रान्ते हि कौन्तेये 7.69. 84. अतिक्रान्तो न वा पुनः 12. 28. 26d. अतिक्रान्तोऽमृतस्यार्थे 1. 28. 22. -36
SR No.032840
Book TitlePatrika Index of Mahabharata
Original Sutra AuthorN/A
AuthorParshuram Lakshman Vaidya
PublisherBhandarkar Oriental Research Institute
Publication Year1967
Total Pages808
LanguageEnglish
ClassificationCatalogue
File Size25 MB
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