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________________ अतश्चदन्यथा कर्ता] श्लोकपादसूची [अतः प्रवर्तते सर्व अतश्चेदन्यथा कर्ता 5.81. 53". अतश्चैतत्कृतं मया 11.14.64. अतश्चैनं प्रजानन्ति 9.34.77. अतश्चोद्यन्तमादित्यं 3. 160.7. अतसीपुष्पवर्णाभः 3. 186. 86". अतसीपु पसंकाशं 12. 47. 600%351. 84. अतसीपुप्पसंकाशः 5. 92. 520. अतसीपुष्पसंनिभः 7. 213*. 4 post. अतस्तत्त्वानि वक्ष्यामि 14. 35. 36". अतस्तदिष्टं देवस्य 13. 19.20%. अतस्तवाक्षया लोकाः 17. 3. 21". अतस्तीर्थं न विद्यते 14. App. 4. 3148 pr. अतस्तु भूतान्यन्यानि 1.59.41". अतस्तु विपरीतस्य 12. App. 2.76 pr. अतस्ते नियमं वित्ते 13. 47. 10. अतस्तेषां गुणक्रीता 12.124. 17. अतस्तेषां गुणानेव 1. 193. 24. अतस्त्रासयतीव नः 4. 42. 20deg. अतस्त्वमेतेन सरोषमुक्तः 8.709*. 3. अतस्त्वमेव भर्ता मे 1. App. 55. 29 pr. अतस्त्वं देव देवानां 13. 5. 24. अतस्त्वामनुयास्याभि 1.75. 22. अतस्त्वामभिभाषामि 3. 281. 12. अतस्त्वाहमभिक्रन्दे 4. App. 16. 18 pr. अतस्त्रां कथये कर्ण 8. 28. 8. अतस्त्वां क्लीबबट्टमः 6. 41. 520. अतस्त्वां क्लीबवमि 6. 41. 67. अतस्त्रां क्लीववद्वाक्यं 6. 41. 376. अतस्त्वां न नियोक्ष्यामि 1. App.55. 11 pr. अतस्त्वां प्रब्रवीम्यहम् 4. 23. 10. 8.745*. 3 post. अतस्त्वां प्रहसामि वै 13. 10.534. अतस्त्वां बोधयाम्येषः 1. App. 60.6 pr. अतस्त्वां स्वयमेवाहं 12. 349. 10. अतः कर्णः प्रयात्वत्र 7. 122.34. अतः कष्टतरं किं नु 1. 1512*. 1 pr. 13. 1. 50. अतः कार्यः पराजयः 8.998*. 3 post. अतः किल महानग्निः 5. 97. 19. अतः पञ्चदशे वर्षे 1. App. 80. 50A 1 pr. अतः परतरं नास्ति 13. 129. 300. अतः परमगम्योऽयं 3. 146.790. अतः परम धर्म 3.205. 136. अतः परं कर्णपर्व 1.2. 1690. अतः परं किमकुर्वन्त पार्थाः 3. 173. 18. अतः परं च देशो.यं 3.58. 226. अतः परं च यद्गुह्यं 14. 48. 28". अतः परं चारिणी स्यात् 1. 114.65%. अतः परं ज्ञानवतां 3. 181, 27. अतः परं तमोत्पत्ति 13. App. 15. 2410 pr. अतः परं तु गोदानं 13. 65.35%. अतः परं तु विज्ञेयः 14. 49.526 अतः परं तृतीयं तु 1. 2. 1050. 2. 620*. 1 pr; 624*. + pr. अतः परं त्वहं वै त्वां 3. 164. 20. अतः परं देहिनां तु 3. 219.56%. अतः परं द्विजश्रेष्ठ 1. 145, 1". अतः परं न जानामि 1. App. 105. 12 pr. अतः परं निबोधेदं 1. 2. 130",220*. अतः परं नोपवासः 13. App. 12.33 pr. अतः परं परममुदारमाश्रमं 12.235.276. अतः परं प्रवक्ष्यामि 1. 2. 1784.12.201. 14deg; 303. 210; 74.1 pr.; App. 29C. 44 pr. 13. App. 3. 219 pr.; App. 15. 3304 pr., 3339 pr., 3351A1 pr., 4145 pr; App. 18. 40 pr. 14. 19. 140%; 38. 10; 42. 32, 430; 14.4"; 49.70; 78*. 1 pr; App. 4. 1031 pr. अतः परं मया कार्य 7. 160. 16. अतः परं महाकायः 1. 270*. 1 pr. अतः परं महाबाहो 12. 279. 1". अतः परं रणे सूत 7. 232*. 1 pr. अतः परं विचित्रार्थ 1. ). 136. अतः परं विशेवं तु 14. App. 4. 1943 pr. अतः परं वेद्मि गतिं न तेऽहम् 3. App. 22.59. अतः परं व्यूहमचिन्त्यरूपं 6.218*. 1. अतः परं शान्तिपर्व 1. 2. 1964. अतः परं समारम्भेत् 13. App. 15. 1436 pr. अतः परं सुखं त्वन्यत् 14. 19.586. अतः पापमधर्मश्च 12. 152. 30. अतः पापीयसी चैषां 2. 38. 18. अतः पुरःसराश्चापि 12.53. 15. अतः पुरुषशार्दूलः 9. 356*. 1 pr. अतः पृच्छामि सौहार्दात 3. App. 20. 18 pr. अतः प्रतिविशिष्टानि 4. 18. 350. अतः प्रभवते राजन् 12. App. 29E. 29 pr. अतः प्रभृति सूर्यस्य 5. 108. 14. अतः प्रयतितं राज्ये 1. 128. 11deg; 154. 240. अतः प्रवर्तते सर्व 13. 16. 360 -35
SR No.032840
Book TitlePatrika Index of Mahabharata
Original Sutra AuthorN/A
AuthorParshuram Lakshman Vaidya
PublisherBhandarkar Oriental Research Institute
Publication Year1967
Total Pages808
LanguageEnglish
ClassificationCatalogue
File Size25 MB
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