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________________ अतिक्रान्तोऽसि कौन्तेय] श्लोकपादसूची [अतिथीनां च पञ्चमम् अतिक्रान्तोऽसि कौन्तेय 3. 675*.2 pr. अतिक्रामति कालेऽस्मिन् 12. 169. 14. अतिक्रामति भारत 3. 186.74. अतिक्रामति यः शास्त्रं 5. 146. 20. अतिक्रामन्केशवस्य 5. 123. 7". अतिक्रामन्न तप्येत 1. 94.70%. अतिक्रामन्नरण्यानि 3. 198.50. अतिक्रामेजरान्तकौ 12. 307.5%. अतिक्रामेत्प्रयोजनम् 1. App. 81. 170 post. अतिक्रामेन्न पक्षी यान् 1. 111. 90. अतिकरं समुद्दिष्टं 1. 18. 9deg.. अतिक्केशान्सहामीह 12. 171. 41". अतिक्केशेन येऽर्थाः स्युः 5. 39. 61". अतिक्षिप्तान्व्यतिक्षिप्तान् 12. 101. 25%. अतिगम्भीरदर्शनम् 13. 160. 12. अतिगृद्धाः कृतस्नेहाः 5.71. 6"... अतिघोरमनिर्देश्य 13. App. 15. 2690 pr. अतिघोरं चिरं कृत्वा 13. App. 15. 2713 pr. अतिघोरे रणाङ्गणे 13. App. 15. 1212 post. अतिघोरैर्महाशनैः 11.5.4. 12. App. 15.16 post. अतिचक्राम पितरं 3. 185. 3. अतिचक्राम भारत 3. 279. 224. अतिचक्राम लोकान्सः 3. 43. 380. अतिचक्राम सुमहान् 1. 145.7. अति चन्द्रं च सूर्यं च 2. 11. 12. अतिचन्द्रार्कभास्वरैः 2. App. 21. 1226 post. अति चान्यान्भविष्यावः 3. 136. 1. अति चान्यान्रणे योधान् 7. 9. 9. अति चापि तपस्विनाम् 3. 30. 38. अतिचाराभृशं भीता 1. 1112*. 2 pr. अतिच्छेदातिवादाभ्यां 13. 121. 9". अतिजीवेत्स सर्वेषु 4. 215. 10 pr. अतिडीनं महाडीनं 8. 28. 250. अतिताम्रेक्षणः कोपात् 2. 36. 13. अतितिक्षन्त पाण्डवाः 5. 31. 14. अतितीक्ष्णश्च काकश्च 5.35. 40'. अतितीक्ष्णं तु ते वाक्यं 5.21.4. अतितीक्ष्णा मया क्षान्ताः 3. 296. 3. अतितीक्ष्णां नदाकीणी 8. App. 8. 11 pr. अतितीव्रमभूयुद्ध 7. 131. 1100%; 142. 384. अतितीवाणि दुःखानि 8. 20. 1". अतितीवोऽयमारम्भः 3. 280.50. अतितेजस्विनः सर्वे 13. App. 14. 479 pr. अतित्यक्षुः पुत्रपौत्रान् 12. 139.74. अतित्यागी च योगी च 1. App. 86.30 pr. अतिथिप्रग्रहरतः 13. 133. 27deg. अतिथिप्रतिपूजने 12, 142. 404. अतिथिभ्यो ददावन्नं 3.246.89. अतिथिभ्यो मया देयं 13.2.70%. अतिथिभ्यो विशां पते 13. 107.89. अतिथिाह्मणः श्रीमान् 13. 2. 48. अतिथि अतां तदा 14. 93. 11'. अतिथिर्यस्य तुप्यति 13. App. 14. 382 post. अतिथिर्यस्य दुर्मनाः 13. App. 14. 224A2 post. अतिथिर्यस्य भग्नाशः 12. 184. 120. 13. App. 14. 220 pr. 14. App. 4. 966 pr. अतिथिव्रतता धर्मः 13. 128. 40% ; App. 15. 489 pr. अतिथिव्रतमास्थाय 12.258. 4. अतिथिव्रताः सुव्रता ये जना वै 13. 105. 19". अतिथिव्रती क्रियावांश्च 3.246. 40. अतिथिस्तीर्थमुच्यते 14. App. 4. 3140 post. अतिथिस्त्वं गुणोपेतः 12. 164.2. अतिथिस्त्विन्द्रलोकशः 12.235. 164. अतिथिं काङ्खमाणो वै 13. 129.51". अतिथि गृहमागतम् 13. App. 15. 3209 post. अतिथिं गृहस्थो नुदतु 13. 96. 24. अतिथिं नावमन्येत 14. App. 4. 2275 pr. अतिथिं नोपवासयेत् 12. 186. 14. अतिथिं ब्रह्मरूपं च 3. 154, 336. अतिथिं मामनुप्राप्तं 13. 20. 39. अतिथिं यो न पूजयेत् 14. App. 4. 971 post. अतिथिं विद्धि संप्राप्तं 13.2.639. अतिथिं श्रान्तमागतम् 13. App. 15. 779 post. अतिथिं पूजनीयस्त्वं 13. 20.25% अतिथिः पूजितो ब्रह्मन् 13. 118. 27deg. अतिथिः पूजितो यस्य 13.2. 690, 91". अतिथिः प्रसृताग्रभुक् 13. 35. 1"; 62.22. अतिथिः सर्वभूतानां 3. 1382*. 3 pr. अतिथीनन्नपानेन 3. 12. 100. 12. 99. 8. 14.5*. 1pr. अतिथीनन्नपानश्च 1. 80. 4". अतिथीनागतान्देवान् 2. 11. 36". अतिथीनागतान्यद्वत् 7.85.22. अतिथीनागतान्साधून 1. 191.86. अतिथीनामागमने 13. App. 15. 4516 pr, अतिथीनामाभिमुख्यं 13. App. 15.010 pr., 600 pr. अतिथीनां च पञ्चमम् 13. 37. 18". -37 -
SR No.032840
Book TitlePatrika Index of Mahabharata
Original Sutra AuthorN/A
AuthorParshuram Lakshman Vaidya
PublisherBhandarkar Oriental Research Institute
Publication Year1967
Total Pages808
LanguageEnglish
ClassificationCatalogue
File Size25 MB
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