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________________ असंख्येयपराक्रमः] महाभारतस्थ [असंभावितवांश्चापि असंख्येयपराक्रमः 1. 1002*. 1 post. 7. 1. 40. असंख्येयबलाः सर्वे 14. App. 4. 1986 pr. असंख्येयमजाविकम् 2. 58.5. असंख्येयमपारं च 7.74. 524. असंख्येयं ददाम्यहम् 12. 263. 21'. असंख्येया गणाः स्मृताः 3.220, 17'. असंख्येया गुणा यस्मिन् 7. App. 8. 439 pr. असंख्येया गुणाः पार्थे 5. 94. 410. असंख्येयात्मभावज्ञ 6. 61. 480. असंख्येयानि चास्त्राणि 13. 14. 140*. असंख्येयान्कालकेयांश्च सर्वान् 8. 57. 43. असंख्येयान्बाणगणांश्च धिक्ते 8. 686*.2. असंख्येयान्यतीतानि 13. App. 15. 395 4 pr. असंख्येयामश्रुकुलाकुलां च 8. 415*.2. असंख्येयामश्वनराकुलां च 8. 403*. 4. असंख्येया महाराज 3. 267. 9. असंख्येयाश्च केनचित् 3. 121. 84. असंख्येयाश्च पत्तयः 7. 97.14. असंख्येयास्तु कौन्तेय 3. 140. 11". असंख्येयाः स्म केनचित् 3. 478*. 2 post. असंख्येयाः स्मृतास्तेषां 1. 59. 29. असंख्येयेति मत्वा तान् 1. 31. 17. असंख्येयैर्धनै राजा 1. 1134*. 2 pr. भसंख्येयोऽप्रमेयात्मा 13. 135. 40%. असंख्यैः सर्वतो वृतम् 13. App. 20. 436 post. भसंघातरता दान्ताः 12.57.35%. भसंचयाः क्रियावन्तः 13. 32. 11. भसंज्ञा भुवि संगम्य 3 App. 31. 25 pr. असंतप्तं तु यद्दारु 12. 103. 31. असंतुष्टश्च वीर्यवान् 11.5*.2 post. असंतुष्टः स्वया योन्या 12. 173. 36. भसंतुष्टाश्च लुब्धाश्च 13. App. 15. 4620 pr. असंतुष्टाः प्रमुह्यन्ति 11. 2. 20. असंतोषपरा मूढाः 3.2. 4443 206. 200. असंतोषस्य नास्त्यन्तः 3. 206. 20deg. असंतोषः परीतापः 3.247. 30%. असंतोषः प्रमादश्च 12. 17. 1". असंतोषः श्रियं प्रति 12.23. 10. असंतोषः श्रियो मूलं 2.50. 184. असंतोषी च यो विप्रः 13. App. 20. 134 pr. असंतोषोऽक्षमा धैर्य 12. 581*. 1 pr. असंतोषोऽसुखायैव 12. 284. 254. असंखक्तमनुष्यं च 12. 94. 27. असंत्य जन्पुत्रपौत्रान् 12. 130. 2. असंत्यागश्च भृत्यानां 12, 276. 180. असंत्यागात्पापकृतामपापान 5.31. 67". 12. 74.23". असंदर्शनमेव च 12. 173. 31. असंदिग्धं वचोऽरिहन् 1. App. 61. 29 post. असंदिष्टो महीपतेः 4. 120*. 89 post. असंदेहो तिः स्मृतिः 12. 205. 22. असंधेयांश्च तत्त्वतः 12. 162.5% असंध्योपासिने दत्तं 14. App. 4. 302 pr. असंन्यासमतस्तत्र 13.622*. 12 pr. असंपूर्णमनोरथा 1. App. 86.25 post. असंप्रधार्य धर्माणां 8. 49. 24. असंप्राप्तमनोरथा 1. App. 13.2 post. असंप्राप्तस्य तं देशं 7. 237*. 2 pr. असंप्राप्तं गजोत्तमम् 13. App. 1A,293 pust. असंप्राप्तं ततस्तं तु 6. 82. 10". असंप्राप्तानसंप्राप्तान 6. 70. 20deg. असंप्रातानस्त्रपथं परस्य 5. 315*. 1. असंप्राप्तान्घृकोदरः 7. 106. 434. असंप्रातास्तु ता धाराः 1. 217. 200. असंप्राप्तांस्तु तान्भीमः 7. 104. 18. असंप्राप्यैव रामं च 5. 185. 17deg. असंबद्धप्रलापाच्च 9. 188*. 1 pr. असंबन्धाद्विमुच्यते 12. App. 291B. 176 post. असंबाधमनामयम् 8. 24. 17". असंबाधशतद्वारैः 1. 176.220. असंबाधा देवनदी 1. 158. 20. असंबाधान्समद्वारान् 2. 31. 23". असंबाधा महाराज 6. 13. 35deg. असंबाधा हि सा पार्थ 2. 8. 31". असंभवश्च धर्माणां 12. 72. 326. असंभवादाददीत 12. 139. 386. असंभवे तु सर्वस्य 15. 11. 190. असंभवे त्वस्य हेतु: 3. 33. 380. असंभवे प्रवेशस्य 12. 69. 35. असंभवे वा भैक्षस्य 1. 110. 12. असंभवे श्रियो राजन् 12. 105. 536. असंभवे हेममयस्य जन्तोः 2. 583*. 1. असंभावितमित्रस्य 12. 129.29. असंभावितरूपस्त्वं 5. 133.5. असंभावितरूपं हि 10. 5. 150. असंभावितरूपः सन् 7. 161.8. असंभावितवांश्चापि 9. 28. 81". -200 -
SR No.032840
Book TitlePatrika Index of Mahabharata
Original Sutra AuthorN/A
AuthorParshuram Lakshman Vaidya
PublisherBhandarkar Oriental Research Institute
Publication Year1967
Total Pages808
LanguageEnglish
ClassificationCatalogue
File Size25 MB
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