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________________ असतां सङ्गदोषेण] महाभारतस्थ [ असमर्थ समारब्धः असतां सजदोषेण 4.550*. 1 pr. असतीनां मया श्रुतम् 4. App. 15. 30 post. असतो नार्थयस्तथा 5. 38.50. असतोऽपि गुणानाहुः 3. 1. 31. असतोऽपि न शक्नुमः 12. 105.. असतो वा सतो वापि 12.370*.2 pr. असरकमाणि कुर्वन्तः 12. 185.2:30. असत्कारः स सुमहान 1. 151.256. असत्कारेण पृच्छताम् 12.276. 40deg. असत्कृतमवज्ञातं 6.39.220. 13. App. 14A.33pr. असत्कृत्य तु तत्सर्व 13.53. 1:24. असत्कृत्य नराधिपान् 12. 4. 12. असत्कृत्वा न विश्वसेत् 13. 150. 14. असत्त्वं सत्त्वमात्मानं 12.292.46. असत्यापिष्ठसचिवः 12. 93.9". असत्पुरुषसेवितम् 7. 118.9". असत्प्रलापं पारुष्यं 13. 13.4". असत्यपि कृते कार्ये 13. 1. 376. असत्यमप्रतिष्टं ते 6. 38. 8". असत्यमेतत्संश्रुत्य 3. 219. 4. असत्यवचना नार्यः 1. 68.72". असत्यवाक्यं यत्तेन 7. 1359*. 1 pr. असत्यं चेदहं ब्रूवे 1. 219*. 2 pr. असत्यं चेदिदं सर्वे 2. 441*. 1 pr. असत्यं परिवादश्च 13. App. 15. 2800 pr. असत्यं परुषं घोरं 13. App. 15. 1797 pr. असत्यं परुषं वाक्यं 13. App. 15. 9767 pr. असत्यं वेदवचनं 13. 121. 9. असत्या मायया वृताः 13.286*.1 post. असत्याः सत्यसंकासा: 12. 112.61". असत्येन च लोपये 13. App. 20.326 post. असत्योक्ताः स्त्रियः सर्वाः 1.658*.3 pr. असत्यो लोकविद्विष्टः 12. 162. 96. असत्यो विक्रमः पार्थ 7. 117.56%. असत्यो विक्रमो नृणां 3. 176.71. असत्यो हि रणे जयः 8.57. 36. असत्सत्सदसञ्चैव 1. 1. 1956. असत्सु दीयते यत्तु 12. 184. 4. असत्सु दुर्लभां नित्यं 4. 27. 3. असत्सु विषयेयपि 12. 287.64. असत्स्त्रीणां समाचारं 3.222. 9",57. असत्स्वभिनिविष्टेषु 13. 125. 19. असदाचरितं ह्येतत् 5. 60. 24. असदाचरिते मार्गे 3. 222. 90. 13. 45. 80. असदित्युच्यते पार्थ 6. 39. 28deg. असदेतद्वचस्तव 7. 1129*. 1 post. असदेव हि धर्मस्य 13. 45.90. असहन्थेन मे मुने 12. App. 29D. 28 post. असह्यादसंशयम् 12. 267.5*. असद्भिः संप्रयोगश्च 3. App. 21. 18%. असद्यस्तु समादद्यात् 12. 57.21. असद्वा हसितं किंचित् 13. 124. 12. असद्वृत्ताय पापाय 13. 68. 14". असनामेति वै मत्वा 1. 42. 19". असनैः कर्णिकारश्च 2. App. 15. 19 pr. असन्तमपि विश्रुतम् 5. 34. 434. असन्तस्तु न्यवर्तन्त 7.76. 4". असन्तोऽभ्यर्थिताः सद्भिः 5. 34. 430. असन्तो हि वृथाचारं 13. 252. 15. असन्तो ह्यभिविख्याताः 12. 186. 20. असन्नधीरनाकाङ्क्षी 12. 351. 40; 353. 88. असन्नुच्चैरपि प्रोक्तः 12.276. 31". असपत्रः प्रसादश्च 13. 17. 86deg. असपना त्वया हीयं 3.240. 236. असपत्रां महीं भुङ्क्ते 14. 15. 136. असपिण्डा च या मातुः 13. 44. 17". असभ्यानां च वक्तारं 4. 885*.5 pr. असमग्रशरीरिणम् 13. App. 1A. 48 post. असमञ्जः सुतं तदा 3. 106. 6. असमञ्जा इति ख्यातः 3. 106. 10%. असमञ्जाः पुरादद्य 3. 106. 14". असमञ्जाः सरयां प्राक् 12.57.90. असमञ्जाः सुतो ज्येष्ठ: 12. 57.86. असमञ्जो भयादोरात् 3. 106. 12". असमर्थस्त्वयं स्त्रीणां 13. 38. 14". असमर्थस्य भृत्यस्य 12. 35. 31. असमर्थ परित्राणे 3. 123. 94. असमर्थ भविष्यति 5. 90. 204. असमर्था विमोक्षाय 1. 224. 3deg. असमर्थाश्च तान्भोक्तुं 13. App. 15. 1654 pr., 1658 pr. असमर्थास्ततस्तांस्तु 3. 1135*. 1 pr. असमर्थाः परे जेतुं 5.54. 18. असमर्थाऽपसरणे 15. 45. 216. असमर्थोऽस्मि सांप्रतम् 5. 10.2. असमथों ह्यहं वायोः 12. 151. 14. असमर्थ्य समारब्धः 10.2.25%, -258 -
SR No.032840
Book TitlePatrika Index of Mahabharata
Original Sutra AuthorN/A
AuthorParshuram Lakshman Vaidya
PublisherBhandarkar Oriental Research Institute
Publication Year1967
Total Pages808
LanguageEnglish
ClassificationCatalogue
File Size25 MB
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