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________________ अशक्तिमत्वाच्च सुताः ] महाभारतस्थ [अशनं चोरयेन्नरः अशक्तिमत्वाच्च सुताः 1.221. 5. अशक्तिमन्ने मन्यन्तः 5.39. 49. अशक्तिः शक्तिरित्येव 12. 121. 284. अशक्तेन च यच्छतं 5. 158. 10". अशक्तेनैव यच्छतं 5.157. 17. अशक्तेनोपजीवता 12.76. 10% अशको राज्यरक्षणे I. App. 82.23 post. अशको राष्ट्रगोपने 1. App. 82.5 post. अशक्तो वा निवारणे 7.28.20". अशक्तो विधिवत्कर्तुं 14. App. 4. 2402 pr. अशक्तोऽस्मद्गुणान्प्रातुं 8. 30.5*. अशक्तो हं गुणान्वक्तुं 13. 73*. 2 pr. अशक्तोऽहं रणे जेतुं 12. App. 11. 38 pr. अशक्तौ तु नयात्तस्मात् 12.311*.4pr. अशक्त्या संपृतात्मनाम् 12.284. 36". अशक्नुवद्भिर्वीभत्सुं 8. 4. 63. अशक्नुवद्भिश्चरितुं 12. 262. 17. अशक्नुवन्तस्तां तत्र 4. 475*.2 pr. अशक्नुवन्तः सहिताः समन्तात् 3. 152. 19. अशक्नुवन्तो बीभत्सुं 7. 50. 56. अशक्नुवन्नलः कामं 3. 50. 17. अशक्नुवन्नवस्थातुं 7. 165. 71. [अ]शक्नुवन्परिसंक्षये 14. 4. 14. अशक्नुवन्प्रमुखतः 8. 33. 356. अशक्नुवन्रणे जेतुं 6. 105. 10. अशक्नुवंश्च नि कष्टुं 1. 101. 20deg. अशक्नुवंश्चाभिमन्योः 8.51. 72". अशनुवंस्तु युद्धाय 15. 11. 184 अशक्यमपि कुर्याद्धि 6. 103. 384. अशक्यमपि ये मूर्खाः 13. App. 15. 4463 pr. अशक्यममितप्रभः 12.202. 31". अशक्यमयशस्यं च 5. 128. 350. अशक्यमिति कृत्वा वा 12. 104. 26". अशक्यमिति वा कश्चित् 3. 119*. 1 pr. अशक्यमिति सा यक्षं 5. 192.24". अशक्यमूचुस्तकार्य 3. 110. 32. अशक्यमेकमेवैतत् 13. 61. 19. अशक्यमेतदन्येन 9. 60. 10. अशक्यरूपश्चोद्धतुं 12. 69. 18. अशक्यरूपैः पुरुषैः 4. 13. 19". अशक्यस्तदयं जेतुं 7. 1247*. 1 pr. अशक्यं कर्तुमन्येन 7. 131. 113%; App. 20A. 26 pr. अशक्यं चैव कः कर्तुं 10. 6. 250. अशक्यं तच्च मे मतम् 3. 228. 12t. अशक्यं तद्वदस्माभिः 3. 135,389. अशक्यं तं रणं मन्ये 8.750*.2pr. अशक्यं तु तमन्येन 7. 34. 12. अशक्यं तु सुरासुरैः 3. 124. 19'. अशक्यं त्रिषु लोकेषु 2. App. 21. 875 pr. अशक्यं मनसायन्यैः 7. App. 15. 8 pr. अशक्यं रथशार्दूलम् 5.59. 18. अशक्यं स्प्रष्टुमाकाशं 13. 35. 200. अशक्यः समरे जेतुं 8. 50.63%. अशक्यः स रथो जेतुं 7.9.24. अशक्या तरसा जेतुं 7. 135.6%. अशक्या देवसचिवाः 5. 60. 20. अशक्याद्विनिवर्तस्व 3. 135. 37. अशक्यान्पाण्डवान्मन्ये 1. App. 103. 50 pr. अशक्या परिसंख्यातुं 6.7.51. अशक्यामेव संख्यातुं 1. 31. 18. अशक्या रक्षितुं मया 13. 40. 45. अशक्या वेदितुं पार्थ 4. 19. 17. अशक्याश्चैव ये केचित् 5.56. 16". अशक्याः परिसंख्यातुं 2. 8. 30. अशक्याः पाण्डवा जेतुं 6.77.8%; 381*. 1 pr.; 439*. 1 pr. अशक्येऽपि व्रजामेति 3. 142.. अशक्योऽद्य त्वया राजन् 5. 127. 12. अशक्यो न्यायतो नेतुं 12. App. 2. 69 pr. अशक्योऽयं विचिन्त्यैवं 3.215. 17. अशक्योऽर्थः समारब्धः 3. 135. 260. अशक्यो सौ जीवयितुं द्विजातिः 1. 709*. 1. अशक्यो ह्यसहायेन 3. 37. 17. अशक्यौ सुनयात्तस्मात् 12. 136. 113. अशङ्कत महाप्राज्ञः 2. 38.35deg. अशङ्कमानः कल्याणि 3.32. 19. अशङ्कमानेन हुतः 1. 206. 15. अशङ्कमानस्तत्कार्यम् 1. 133. 14. अशङ्कमानो वचनं 12. 128. 11". अशङ्कितमरिंदमम् 3. 15]. 12. अशङ्कितेभ्यः शङ्केत 1. App. 81. 123 pr. अशङ्कितैः पक्षिगणैः 15. 34.9. अशङ्को दृष्टवान्नदीम् 1. 91.54. अशङ्कयमपि शङ्केत 12. 138. 450. अशङ्कयाद्भयमुत्पन्नं 1. App. 81. 121 pr. अशनं चोरयेन्नरः 13. 112. 944. -- 242 -
SR No.032840
Book TitlePatrika Index of Mahabharata
Original Sutra AuthorN/A
AuthorParshuram Lakshman Vaidya
PublisherBhandarkar Oriental Research Institute
Publication Year1967
Total Pages808
LanguageEnglish
ClassificationCatalogue
File Size25 MB
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