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________________ अशनं देवनिर्मितम् ] श्लोकपादसूची [ अशिष्टेभ्योऽसमर्थेभ्यः अशनं देवनिर्मितम् 12. 186. 10. 13. 148. 14. अशनाच्छादनं बहु 2. App. 31. 10 post. अशनादिन्द्रियाणीव 13. App. 15. 1471 pr. अशनिप्रतिमेन च 4. App. 49. 12 post. अशनि गृह्य तरसा 1.218.29%. अशानं ज्वलितामिव 3. 12. 41". अशनि रुद्रनिर्मिताम् 7. 150. 90f. अशनीनामिव स्वनः 7. 3. 150; 73. 14. अशनीपातसंनिभान् 12. App. 17C. 114 post. अशनीभिरिव ध्वस्ता 8. App. 8.6 pr अशनीभिः समाहताः 6. 13*. 1 post, अशनी शतघ्नी खड्गी 13. 17. 426. अशनीश्च महानादाः 3. 45. 4. अशनी मघवानिव 6. 88. 5. अशनों रुद्रनिर्मिताम् 7. 131. 1034. अशनीः शूलपट्टिशान् 7. App. 20A. 8 post. अशपत्तमपि क्रोधात् 12. 30. 250. अशपत्स महातपाः 13. 70.64. अशपदुष्टचेतसम् 3. 11. 324. अशपं तमहं नृपम् 1. 37. 18. अशब्दमपरिग्रहम् 14. 19. 10'. अशब्दमस्पर्शमरूपवच्च 12. 194. 23. अशब्दस्पर्शरूपं तत् 12. 231. 17". अशरण्यं पतत्रिणाम् 13. 5. 16. अशरण्यः प्रजानां यः 12. 12. 27deg. अशरण्यः सुनिघृणः 13. 132. 494. अशरीरस्तथाप्यहम् 12. App. 17A. 38 post. अशरीरस्य दृश्येत 3. 178.89. भशरीरं शरीरस्थं 12. App. 17B. 86 pr. अशरीरं शरीरेयु 13. App. 15. 4187 pr. अशरीरं शरीरे स्वे 12, 231. 17. भशरीरः पराभवेत् 12. 32. 234. अगरीरः शरीरेषु 12. 339. 36. अशरीरा महानादाः 9.55. 14. अशरीरो बभाषेदं 12. 327. 51. भशस्तैर्वातदुष्टैश्च 12. App. 8. 59 pr. अशस्त्रनिधनावुभौ 2. 17. 25. अशस्त्रवध्यो बलिनौ 13. App. 15. 290 pr. भशस्त्रं पुरुष हत्वा 13. 112. 86. भशस्त्रं बाहुतेजसा 4. App. 11. 13 post. भशस्त्रं युद्धमेव च 7. 164. 11'. अशस्त्रं शस्त्रपाणयः 6. 23. 46'. अशस्त्रो यो मुत्सहे 9. 31. 104. अशस्त्रो विरथोऽपि सन् 9. 31. 17'. [अ]शातयत्पुरुषर्षभः 8. 15. 254. अशान्तस्य कुतः सुखम् 3. 122.12.6.24.664. अशामयन्महाप्राज्ञः 7.81.34. अशाम्यत्तद्रजो भौमं 7. App. 16.54 pr. अशाश्वतमिदं सर्व 11.3.4". 13. App. 3. 2. pr.; ___App. 10. 393 pr. अशाश्वतं हि लोकेऽस्मिन् 14. 44. 19. अशाश्वतीः शाश्वतीश्च 12. 146. 166. अशासत महराज्य 2. App. 21.1461 pr. अशास्त्रज्ञो नसूयकः 12. 37. 369. अशास्त्रदृष्टमेतद्धि 11. 1. 35. अशास्वरक्षणो राजा 12. 94.4. अशास्त्रविहितं घोरं 6. 39.5". अशास्यानपि शास्त्येषः 5. 96.210. अशिक्षन्त धनुर्वेदं 2. 4. 28. अशिक्षयैव मनसः 13. 301*. 4 pr. अशिक्षितं च भगवन् 3.259. 30deg. अशितं यच्च नाशितम् 12. APP. 28, 148 post. अशितोऽस्म्यद्य जननि 1. 1668*. 1 pr. अशित्वा पिशितान्यद्य 1. App. 81.71 pr. अशिरस्कमन्दरम् 14.46. 45. अशिल्पजीवी नगृहश्च नित्यं 1. 86.5. अशिवं रोमहर्षणम् 18. 2. 22. अशिवं वान्ति मारुताः 2. App. 28.97 post. अशिषः शिवसंका-शः 12. 146. 10%. अशिवा धार्तराष्ट्राणां 7. 460*.2 pr. अशिवाभिः शिवाभिश्च 11. 16.86. अशिवाश्च नराधमाः 13. 27. 47. अशिवाश्च शिवाश्चैव 3.217.8. अशिवास्ते शिवास्ततः 3.219. 41". अशिवां प्रतिभाषिणीम् 4. App. 22.15 post. भशियेनातिवामोरू: 3. 265. 18%. अशिवः क्रूरकर्मभिः 7.7. 32. अशिशुः शिशुरूपेण 3. 187. 40deg. अशिष्टनिग्रहो नित्यं 12. 110. 330. अशिष्टबदमर्यादः 5. 126. 26deg; 127. 84. अशिष्ट शासनं धर्मः 13. App. 15. 1310 pr. अशिष्टशासने चैव 13. App. 15. 1281 pr. अशिष्टा गतमर्यादाः 5. 93. 100. अशिटानां नियन्ता हि 1. 171. ". अशिष्टान्दण्डयत्यपि 12. 15.8. अशिष्टेभ्योऽसमर्थेभ्यः 5. 122. 278. - 243 --
SR No.032840
Book TitlePatrika Index of Mahabharata
Original Sutra AuthorN/A
AuthorParshuram Lakshman Vaidya
PublisherBhandarkar Oriental Research Institute
Publication Year1967
Total Pages808
LanguageEnglish
ClassificationCatalogue
File Size25 MB
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