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________________ अकामानां च सर्वेषां] श्लोकपादसूची [अकाले कृत्यमारब्ध अकामानां च सर्वेषां 2. 66. 27". अकामान्कामयति यः 5. 33. 320. अकामायाः कृतं तत्र 12.264.7". अकामाश्च सकामाश्च 13. 118. 10. अकामां तामितो गताम् 2. 42. 104. अकामाः कामयाम्यहम् 3. 213. 45. अकामाः कामरूपेण 12. 168.50*. अकामाः संन्यवर्तन्त 3. 1. 38. अकामाः स्युर्यदा गावः 13. App. 9A. 150 pr. अकामेयमिहानीता 5. 178.5. अकामो वा सकामो वा 1.113. 356. 3. 289. 184. 13.62. 21. अकाम्यान्कामयानो.र्थान् 12. 105. 36. अकायश्चाल्पसारश्च 12. 114.5. अकारणकृतान्येव 9.3.39. अकारणभृतस्तात 7. 89.224. अकारणमलेपनम् 14.24*.5post. अकारणाद्रुषा तात 3.219. 36. अकारणाद्विद्विषन्ति 1.749*.5pr. अकारणेऽभिशस्तोऽसि 13. 125.30deg. अकारणेऽस्म्यभिजितः 3. 1141*. 2 pr. अकारणो हि नेहास्ति 12.254. 350. [अ]कारयन्मणिपर्वते 2. App. 21. 952 post. अकारयामास तदा 1.712*. 1 pr. अकारस्य तु लुप्तस्य 6. App. 3.69 pr. अकारादीनि नामानि 2. App. 39. 252 pr. अकार्पण्यधिया भृशम् 2.68*.9 post. अकार्पण्यमसंरम्भः 5. App. 3. 17pr. 12. 15t. 166; 213.903; 301. 184. 14. 38.2. अकार्यकरणाच्चापि 3. 205. 284. अकार्यकरणागीतः 5. 34. 41". अकार्यमपि यज्ञार्थं 12. 128. 370 अकार्यमपि यद्यस्मात् 2. App. 30.55A1pr. अकार्यमपि येनेह 14. 31. 96. अकार्यमसकृत्कृत्वा 13. 149.54 अकार्यमिति चवेमं 12. 173.20%. अकार्यमेतत्परमं द्विजस्य 12. 63. 14. अकार्यं कृतवानस्मि 3. 197.64. अकार्यं कृतवान्पापः 1. 3. 18. अकार्य तादृशं कृत्वा 7. 169. 124. अकार्य ते कृतं राजन् 4.64.54. अकार्य न प्रवर्तते 13. App. 15. 1331 post. अकार्य नहुपाकार्षीः 12.254, 46. अकार्य वाप्यनिष्टं वा 1. App. 47. 11 pr. अकार्य वाप्यभक्ष्यं वा 13. App. 15. 2830 pr. अकार्याणामनारम्भात् 4. App. 16.22 pr. अकार्याणां क्रियाम्तथा 12. 152. 100. अकार्याणां च करणं 13. App. 15. 2806 pr. अकार्याणां च कार्याणां 8. 49. 150. अकार्याणां मनुष्येन्द्र 12. 91. 15. अकार्याणां विधिर्भवेत् 12. 36. 32. अकार्याण्यपि वक्ष्यामि 12. 35. 9". अकार्यात्संनिवर्तयन् 5.91. 11. अकार्यादीन्महादोषान् 13. App. 15. 2537 pr. अकार्ये तु प्रवर्तन्तं 13. App. 20. 289 pr. अकार्षमहमज्ञानात् 14. 82.3. अकार्ष ते मनसोऽभिषङ्गात् 13. 105.54. अकार्षीच्च रथिनामुजिहीर्षां 8. 662*. 3. अकार्षीत्परवीरहा 15. 3.64. अकार्षी दिदमप्रियम् 3. 232. 44. अकार्षीदृषिणा सह 13. 20. 524. अकार्षीदेव तत्कर्म 4. App. 58.50 pr. अकाद्वै दुष्कृतं नेह सन्ति 2. 68. 10. अकार्षीन्मे बलक्षयम् 6. 86.46d. अकार्कीविप्रियं मम 1.78. 18. अकार्षीस्त्वं सुदुर्मते 13. 18. 171. अकास्त्विाश्रमे वासं 1. App. 51. 15 pr. अकार्षीः समयभ्रंशं 12. 30. 22. अकार्षीः साहसमिदं 3. 240. 20. अकार्युरपसव्यं च 7. 6. 26. अकार्युशहर्षिताः 3. 221. 694. अकायुः पक्षिराजस्य 13. App. 1A. 326 pr. अकालकौमुदीं चैव 1. 201. R9. अकालजं पुप्पफलं 2. App. 28.34 pr. अकालज्ञः सुदुर्मेधाः 3. 150.. अकालज्ञासि सैरन्ध्र 4. 15.344. अकालनियमेनापि 14. App. 4. 1021 pr. अकालमृत्युर्विश्वासः 12.81. 11". अकालवर्षी च तदा 3. 188.760. अकालवर्षी पर्जन्यः 3. 188.696. अकालविप्रमुक्तान्मे 12. 136. 90%. अकालश्चातिकालश्च 12. App. 28. 301 pr. अकालः कालमात्मनः 12. 292. 454. अकालिकं कुरवो नाभविष्यन् 5.32. 21". अकाले कृत्यमारब्धं 12. 136. 894.
SR No.032840
Book TitlePatrika Index of Mahabharata
Original Sutra AuthorN/A
AuthorParshuram Lakshman Vaidya
PublisherBhandarkar Oriental Research Institute
Publication Year1967
Total Pages808
LanguageEnglish
ClassificationCatalogue
File Size25 MB
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