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________________ अन्नपानं सुशोभनम् ] महाभारतस्थ [अन्नं वापि पितृक्षये अन्नपानं सुशोभनम् 4.11.1. अन्नपानानि जीर्यन्ते 12. 318. 21". अन्नपानीयदाः काले 13. App. 15. 1657 pr. अन्नपानेन्धनमयः 12. 47. 46. अन्नपाने शरीरे च 12. 116. 4. अन्नपानैः शुभैस्तृताः 3. 03. 23deg. अन्नप्रणाशे भियन्ते 13.62. 320. अन्नप्रणाशे सीदन्ति 14. App. 4. 228817. अन्नप्रतिग्रहे चैव 13. App. 14A. DSpar. अन्नप्रदानं मधुरा च वाणी 14. App. 4. 2200. अन्नप्रदानं मनसः समाधिः 12, 194.15. अन्नभोक्त्रे च गोत्रे च 12. App. 28.25m (suhst, B) 21. अन्नमध्वनि वर्तते 3. 12. 3 posi. 13.1.73; 2. 14. अन्नमनपते दातुं 3. App. 1. GE) pr. अन्नमन्नाद एव च 13. 135. 118t. अनमन्ये जनास्तदा 7. App. 8.598post. अन्नमशन्ति ये देवाः 13. 112.25. अन्नमाड़ाय पाण्डवः 1. 101.1. अन्नमुन्योपजीविनः 3. 246. 18t. अन्नमूर्जस्करं लोके 13. 62.70; 113.20". 14. App. 4. 2156 pr. अन्नमेतदहोरात्रात् 13. App. 14A. Gopr. अन्नमेव प्रशंसन्ति 13.62.5%3113.9". THATI. 2151 pr. अन्नमेव मनुष्याणां 13. 66. 15. अन्नमेव विशिष्ट हि 3. APP:11. pr. अन्नमेव सदा गायः 13.11.2 अन्नवान्दक्षिणाश्च 1. 1.85. अन्नवान्बहुभक्षणश्च 2.::. 160;".:". अनशेवं निवेदयेत् 13. App. 15.1511 post. अनसंस्कारदोषेषु 4. 4. 29. अन्नसंस्कारमपि च 3. 61.:. अन्नस्य क्षुधितः पात्रं 13. App. 15. 310 Pr. अन्नस्य दाता सततं द्विजेभ्यः 12.61. 1. मजस्य दानं मधुरा च बाणी 3. 1122. 21A. 82. अन्नस्य बहवो राजन् 2. App. 29.27pr. 14. ST. 1:20. अन्नस्य समयेऽतियः 12.311.3. अन्नस्य हि प्रदानेन 13. 65.54; 113. 9deg, 230. अन्नस्रष्टा च पक्का च 12. App. 28. 256 pr. अन्नहीनस्य देहिनः 14. App. 4. 2289 Pist. अन्नहीनानि सीदन्ति 14. App. 4. 877 pr. अन्न हेतोरुपस्थिताम् 4, अन्नहेतोस्तपस्विनः 13. 91.11. अल हेतोः पतिव्रता 3. App. 25.70 post. अन्नं कोष्ठे विपच्यते 14. 10. 37. अझं गावस्तिलान्भूमि 14. App. 4. 3089 pr. अन्नं गाश्च धनानि च 12. 42.2. अन्नं च नो बहु भवेत् 12. 29.114". अन्नं चायं तत्र भोझ्यावहे च 3. 13:). 19". अन्नं चापि प्रभवति 13. 66. 11'. अन्नं चैषां मता बुधैः 12. App. 26. 19 post. अन्नं तदाक्षसं विद्यात् 14. App. 4. 2356 pr. अन्नं तिर्यङ्न होतव्यं 12. 159.37. अन्नं तु ते विशेषेण 13.66. 1. अन्नं तेन यदा भुक्तं 5. 101. 11". अन्नं तेषां महात्मनाम् 16. 1. 13. अन्नं दत्वा द्विजातिभ्यः 13. 113. 17. अन्नं ददाति शकश्च 12. 121. 37. अनं दुष्टाभिसंहितम् 5. 89. 32. अन्नं देयमथो बुधैः 13. 62. 3. अन्नं देवा न भुञ्जते 8. 391*. 3 post. अन्नं परममुच्यते 14. 14. 9. अन्नं पानं च ब्राह्मणः 5. 42. 19. अन्नं पानं च माल्यं च 13. 17. 31". अन्नं पानीयसहितं 14. App. 4. 696 pr. अन्नं पूर्व नमस्कुर्यात् 14. App. 1. 2321 pr. असं प्रजननं स्मृतम् 14. App. 4. 882 post., 2287 post. अन्नं प्रजापतिश्चोक्तः 3. App. 21.1.76pr. अग्नं प्रजापते रूपं 14. App. 4.882 pr. अन्नं प्रतिश्रयो दीपः 13. App. 15. 3200 pr. अन्नं प्राणा इति यथा 13.97.21. अन्नं प्राणा नराणां हि 13.62.25% अन्नं प्राणा मनुयाणां 13. App. 15.3205 pr. अन्नं प्राणो मनुष्याणां 14. App. 4. 1001 pr. अन्नं प्रार्थयतः सुतान् 12. 221.724. अन्नं बुभुक्षमाणस्तु 13. 483*. 1 pr. अन्नं बुभुजिरे शनैः 1. 119. 30'. अन्नं ब्राह्मणकामाय 12. 21. 1. 13. 93. 1. अन्नं भुवं दिवं खं च 13. 62. 31. अन्नं मदोजनावधि 3. Ajp.27.99 post. अन्नं मांससमायुक्त 1. App. 91. 11 pr. अन्नं मे ददतः श्रद्धा 7. App. 8.656 pr. अन्नं यस्य यथेप्सितम् 7. App. 8.790 pust. अन्नं ये च प्रयच्छन्ति 14. App. 4. 712 pr. अन्नं यो वै प्रयच्छति 13.113.11. अन्नं वापि पितृक्षये 13. 88. 15.
SR No.032840
Book TitlePatrika Index of Mahabharata
Original Sutra AuthorN/A
AuthorParshuram Lakshman Vaidya
PublisherBhandarkar Oriental Research Institute
Publication Year1967
Total Pages808
LanguageEnglish
ClassificationCatalogue
File Size25 MB
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