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________________ हस्तिकुण्डी के राजा-४१ 1053 विक्रमी में जीर्णोद्धार करवा कर प्रतिष्ठा करवाई और पिप्पल नाम का कुपा मन्दिरजी को भेंट किया। बालाप्रसाद-- धवलराज ने अपने पुत्र बालाप्रसाद को अपने जीवनकाल में ही हस्तिकुण्डी की गद्दी पर बैठा दिया था। दत्तवर्मा राठौड़-- ___सं. 1080 वि., ई. सन् 1023 में महमूद गजनवी से युद्ध में दत्तवर्मा राठौड़ पराजित हुए थे, इनके साथ नाडौल के रामपाल चौहान भी लड़े थे। सिंहाजी-- ये हस्तिकुण्डी-हत्थूण्डी के सम्भवतः अन्तिम शासक थे / इन्होंने वरसिंह बालीसा चौहान से सं. 1232 (सन् 1175) में युद्ध किया था एवं अपनी विजययात्रा का श्रीगणेश किया था। ये सिंहाजी मारवाड़ के राठौड़ राजवंश के संस्थापक भी हो सकते हैं। इस विषय में खोज अपेक्षित है /
SR No.032786
Book TitleHastikundi Ka Itihas
Original Sutra AuthorN/A
AuthorSohanlal Patni
PublisherRatamahavir Tirth Samiti
Publication Year1983
Total Pages134
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size25 MB
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