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________________ बहुरत्ना वसुंधरा : भाग - २ ३६५ के लिए मालगाँव में सेवा केन्द्र निर्माण (१४) दुष्काल में ५ गाँवों में पशुओं की विशिष्ट अनुकंपा (१५) मालगाँव में भव्यातिभव्य उपधान तप, उद्यापनअठ्ठाई महोत्व (१७) श्री राणकपुर आदि पंचतीर्थी की यात्रा का आयोजन (१८) श्री जीरावल्ला आदि १० स्थानों पर नेत्ररोग निवारण शिबिर द्वारा १५०० दर्दीओं की सेवा (१९) श्री शत्रुजय महातीर्थ की ९९ यात्रा का आयोजन (२०) गुलाबगंज जिनमंदिर प्रतिष्ठा में महत्त्वपूर्ण सहयोग (२१) ११ गुप्त छ'री' पालक संघ निकालने की भावना है, जिसमें से १ गुप्त संघ निकाल चुके हैं । अर्थात् संघपति के रूपमें अपना नाम जाहिर किये बिना ११ संघों का आयोजन करने की भावना है। (२२) संघवी श्री भेरुमलजी का वि.सं. २०५१ में स्वर्गवास हो गया है। बादमें उनके उपर्युक्त तीन सुपुत्रों द्वारा वि.सं. २०५२ में स्पेश्यल ट्रेइन द्वारा करीब १००० से अधिक यात्रिकों को श्री समेतशिखरजी महातीर्थ की यात्रा करवायी और प्रत्येक यात्रिक को एक एक सोने की कटोरी प्रभावना के रूपमें देकर बहुमान किया । (२३) आबुतीर्थ की तलहटी में करीब १० करोड रूपयों की लागत से 'संघवी भेरु तारक धाम' आयोजन चालु है जिसमें श्री अर्बुदगिरि सहस्रफणा पार्श्वनाथ तीर्थ, जिनालय, उपाश्रय, धर्मशाला, भोजनशाला आदि का आयोजन है । (२४) मोहनभाई मारवाड़ी की धर्मपत्नी के ५०० आयंबिल की पूर्णाहुति के उपलक्षमें आबुजी तीर्थ में भव्य महोत्सव के दौरान प्रत्येक यात्रिकों को करीब ५०० रूपयों के उपकरणादि की प्रभावना ! (२५) कुल १०८ सुकृत करने की भावना है !!! ___ इस कलियुग में भी पूर्वकालीन दानवीरों की स्मृति को जीवंत करानेवाले ऐसे महादानवीरों की भूरिशः हार्दिक अनुमोदना । पत्ता : (१) संघवी ताराचंदजी एवं ललितभाई संघवी एन्ड सन्स, ११ ए, प्रसाद चेम्बर्स, ओपेरा हाउस, मुंबई - ४००००४. फोन : ०२२ - ३६८२००२ निवास, फेक्स - ३६३०७१६ पत्ता : (२) मोहनभाई मारवाड़ी ७४१५५, सुंदर सदन, सुतार फलिया, गलेमंडी, सुरत (गुजरात) पिन - ३९५००१. फोन : ०२६१-४२९५७४
SR No.032468
Book TitleBahuratna Vasundhara
Original Sutra AuthorN/A
AuthorMahodaysagarsuri
PublisherKastur Prakashan Trust
Publication Year1999
Total Pages478
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size18 MB
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