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________________ -जिसके दिल में श्री नवकार, उसे करेगा क्या संसार? दुर्घटना, आपत्ति, आक्रमण, विघ्नों, दुःख-दर्दी से बच गये हैं। "नवकार मेरा साथी है," ऐसी पंक्ति हम सभी के हदय में गुंजती रही है। हम क्षेम कुशलता से हमारे वतन में आ जाते हैं। हम पूजा भावना आदि किसी भी धार्मिक कार्यक्रम में श्री नवकार मंत्र मंगल के रूप में प्रारम्भ में ही बोलते हैं। ऐसे परम मंगलकारी नवकार मंत्र के प्रभाव से, ध्यान से, जाप से हम सभी शाश्वत सुख-शान्ति प्राप्त करें! परम पद प्राप्त करें, यही मंगल कामना। लेखिका- श्रीमती पुष्पावती सी.शाह लेडी कीकाभाई प्रेमचन्द जैन पाठशाला-मुख्य अध्यापिका, 1428, गुरुवार पेठ, वसंत निवास, पूना-2 (महाराष्ट्र) चोरी हुई आंगी वापिस मिल गई है हमारे गाँव झींझुवाड़ा में संवत् 2022 में पू. महाभद्रविजयजी म.सा. तथा महासेनविजयजी म.सा. आदि मुनि भगवन्तों का चातुर्मास था। पू. महान तपस्वी मुनिराज श्री महाभद्रविजयजी म.सा. व्याख्यान में सुन्दर शैली से उपदेश देते थे और नवकार मंत्र का प्रभाव और आत्मोन्नति के लिए नवकार मंत्र ही परम औषधि है, वगैरह दृष्टान्तों द्वारा उपदेश देते थे। पू. महासेनविजयजी म.सा. 'नमो अरिहंताणं' पद की माला के जाप द्वारा करोड़पति बनवाने का प्रयत्न करते थे, और कम से कम दस माला प्रतिदिन गिनने से तीस वर्ष में करोड़पति (मंत्र जाप के हो जाओ, ऐसा कहते थे। इससे मैंने वह जाप शुरू किया। उससे पहले भी मेरी प्रतिदिन एक पक्की नवकार की माला चालु ही थी। ... मेरी दीक्षा लेने की भावना कितने ही समय से थी। किन्तु पत्नी एवं पुत्र के साथ लुं तो ज्यादा अच्छा, वैसी भावना थी। मुझसे पूर्व, मेरे पिताश्री एवं लघु बांधव ने सं. 1990 में दीक्षा ली 240
SR No.032466
Book TitleJiske Dil Me Navkar Use Karega Kya Sansar
Original Sutra AuthorN/A
AuthorMahodaysagarsuri
PublisherKastur Prakashan Trust
Publication Year2000
Total Pages454
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size35 MB
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