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प्रेक्षाध्यान का ध्येय ध्येय-मैं चित्त-शुद्धि के लिए प्रेक्षाध्यान का प्रयोग कर रहा हूं।
ध्येय का विस्तार सात सूत्रों में किया गया है१. मन को निर्मल करना। २. सुप्त चेतना और शक्ति को जाग्रत करना। ३. वर्तमान में रहने का अभ्यास करना। ४. मस्तिष्क की तरंगों पर नियंत्रण करना। ५. स्वतः चालित नाड़ी-संस्थान पर नियंत्रण करना। ६. विपाक या अंतःस्रावी रसायनों पर नियंत्रण करना। ७. प्राणशक्ति का विकास, प्राण का ऐच्छिक प्रेषण करना।
२८ नवम्बर २००६