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अन्वयः ववम् [ विबुधप्रतिबोधकम् ] ववम् [ शुक्लरुधिरम् ] ववम् [ सुगन्धितनुमन्तम् ] वम् [सुखिनम् ] वम् [ शुभम् ] वववम् [ विकारवसनवह्निम् ] वववम् [विषमायुधविरोचनवारि] वववम् [सुखवारिवारिदम् ] वक्त्रम् [वधवारिदवायुम्] वम् [श्रेष्ठम् ] वम् [बुधम् ] मुनिसुव्रतम् [ श्रीमुनिसुव्रतस्वामिनम्] वव: अहम् [ श्रीवीरवेषधारी (संयमी ) अहम् ] वन्दे [ नमामि ] |
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जिनेन्द्रस्तोत्रम्