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________________ प्राकृत में अनुवाद करें 1. (वह) खरीदता है । 12. (वे) क्षय होते हैं । |24. (वे) पूछते हैं । 2. (वे) हिलाते हैं। | 13. (वह) बोलता है । |25. (वे) पढ़ते हैं । 3. (वह) स्पर्श करता| 14. (वह) बढ़ता है। 26. (वे) वन्दन करते 115. (वह) निषेध करता हैं। 4. (वे) शब्द करते हैं। है । 27. (वह) रोता है। 5. (वह) स्मरण करता | 16. (वे) जीतते हैं। 28. (वे) हँसते हैं। 17. (वह) हिलाता है । /29. (वे) काँपते हैं । 6. (वे) इकट्ठा करते हैं || 18. (वह) काँपता है । |30. (वह) चरता है । 7. (वह) स्तुति करता | 19. (वह) खेलता है । |31. (वे) निन्दा करते हैं । 20. (वह) होम करता| 32. (वे) मोहित 8. (वे) पवित्र करते हैं। है । होते हैं। 9. (वह) सुनता है | |21. (वह) जाता है । 33. (वह) पोषण करता 10. (वे) आदर करते हैं। 22. (वह) खाता है । । है। 11. (वह) उत्पन्न होता| 23. (वह) नमस्कार 34. (वह) आवाज करता है। करता है। श्रा
SR No.023125
Book TitleAao Prakrit Sikhe Part 01
Original Sutra AuthorN/A
AuthorVijaykastursuri, Vijayratnasensuri
PublisherDivya Sandesh Prakashan
Publication Year2013
Total Pages326
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size9 MB
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