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________________ 36 आओ संस्कृत सीखें अस्मद् अर्थात् मैं पहला पुरुष है | युष्मद् अर्थात् तुम दूसरा पुरुष है | इन दो शब्दों को छोड़कर अन्य कोई भी शब्द या व्यक्ति, तृतीय पुरुष कहलाता है । 6. वाक्य में तीनों पुरुषों का एक साथ में प्रयोग हुआ हो तो प्रथम पुरुष की प्रधानता रहती है और वह न हो तो दूसरे पुरुष की प्रधानता रहती है और उसी के अनुसार क्रियापद का प्रयोग होता है । उदा. त्वं चाहं च पचावः । स चाहं च पचावः । स च त्वं च पचथः । अकारांत पुंलिंग नाम के प्रत्यय प्रथमा । स् अस् द्वितीया औ अस् तृतीया भ्याम् ऐस् चतुर्थी य भ्याम भ्यस ___ पंचमी । आत् । भ्याम् भ्यस् षष्ठी | स्य नाम् सप्तमी ओस् संबोधन 0 अस् अकारांत 'बाल' के रूप बाल: बालौ बाला: बालम बालौ, बालान् बालेन बालाभ्याम् । बालैः बालाय बालाभ्याम् बालेभ्यः बालात् बालाभ्याम् बालेभ्यः बालस्य बालयोः । बालानाम् बाले बालयो: बालेषु | संबोधन | बाल ! | बालौ ! | बाला:! इन ओस
SR No.023123
Book TitleAao Sanskrit Sikhe Part 01
Original Sutra AuthorN/A
AuthorShivlal Nemchand Shah, Vijayratnasensuri
PublisherDivya Sandesh Prakashan
Publication Year2011
Total Pages226
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size7 MB
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