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________________ आओ संस्कृत सीखें 124 6. एक ही पद में या ऋ वर्ण और न् के बीच में ल्, च वर्ग, ट वर्ग, त वर्ग, श्तथा स्को छोड अन्य कोई वर्ण हो तो भी न् का ण् हो जाता है उदा. मित्राणि, पुष्पाणि । परंतु काष्ठानि में न का ण नहीं होगा । 7. द्वि वचन के अंत में ई, ऊ और ए के बाद स्वर आए तो संधि नहीं होती है । उदा. फले इच्छति । फले अत्र । पचेते अन्नम् । अकारांत पुंलिंग नाम । ग्राम = गाँव पुत्र = पुत्र चौर = चोर बिडाल = बिलाव, बिल्ला जनक = पिता ब्राह्मण = ब्राह्मण धर्म = धर्म, स्वभाव वीर = वीर, महावीर, शूरवीर अङ्ग = अंग अन्न = अन्न उदर = पेट उद्यान = बगीचा कमल = कमल काष्ठ = लकडा गृह = घर जल = पानी अकारांत नपंसक नाम धन = धन नगर = शहर पुस्तक = पुस्तक, किताब फल = फल मित्र = मित्र मुख = मुंह वन = जंगल शरीर = देह संस्कृत में अनुवाद करो : 1. बालक चंद्र को देखता है । 4. सुरेशचंद्र रमेशचंद्र को चाहता है । 2. मनुष्य देवों को पूजता है । 5. पिता पुत्र की चिंता करते हैं । 3. राजा दो गाँव संभालता है | 6. वह ब्राह्मण दो लड्डु खाता है ।
SR No.023123
Book TitleAao Sanskrit Sikhe Part 01
Original Sutra AuthorN/A
AuthorShivlal Nemchand Shah, Vijayratnasensuri
PublisherDivya Sandesh Prakashan
Publication Year2011
Total Pages226
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size7 MB
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