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________________ 25 आओ संस्कृत सीखें 7. तुम धन चाहते हो। -13. हम अन्न खाते हैं। 8. तुम मुँह देखते हो । 14. यहाँ दो पुस्तकें हैं । 9. वन जलता है । 15. राजा नगर का रक्षण करता है । 10. फल गिरते हैं । 16. मैं मित्रों को चाहता हूँ । 11. पानी झरता है । 17. बालक घर जाते हैं । 12. मित्र धन देता है । 18. रतिलाल मित्रों को पूछता है । हिन्दी अनुवाद करो 1. जना धर्ममिच्छन्ति । 2. बालो मोदकं जेमति । 3. नमामि वीरम् । 4. आचार्य शिष्या वन्दन्ते । 5. जनकः पुत्रान्सान्त्वयति । 6. स बिडालांस्ताडयति । 7. अङ्गं स्फुरति । 8. अत्र जलमस्ति । 9. काष्ठं दहति । 10. फले पततः । 11. कमलानि स्फुटन्ति । 12. शरीरं नश्यति । 13. श्रमणा उद्यानं गच्छन्ति । 14. जना धनमिच्छन्ति । 15. देवदत्तः पुस्तकं लिखति । 16. वयं धनं रक्षामः । 17. स उदरं स्पृशति । 18. मित्राणि न त्यजामः । पाठ-15 विशेषण और सर्वनाम 1. नाम के अर्थ में विशेषता पैदा करे उसे विशेषण कहते हैं । 2. विशेषण जिसके अर्थ में विशेषता करता है, उसे विशेष्य कहते हैं । 3. विशेषण को लिंग, वचन और विभक्ति के प्रत्यय विशेष्य के अनुसार होते हैं जैसे शोभनः पुरुषः । शोभन विशेषण व पुरुष विशेष्य है । शोभनं कमलम् । शोभनं पुरुष स्पृहयति । शोभनं कमलं स्पृहयति । 4. शोभन और पुरुष एक ही हैं, अतः पुरुष विशेष्य के अनुसार शोभन को लिंग, विभक्ति व प्रत्यय आदि लगते हैं ।
SR No.023123
Book TitleAao Sanskrit Sikhe Part 01
Original Sutra AuthorN/A
AuthorShivlal Nemchand Shah, Vijayratnasensuri
PublisherDivya Sandesh Prakashan
Publication Year2011
Total Pages226
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size7 MB
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