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________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www. kobatirth.org पण्डित कुलतिलक- पूज्यपाद श्रीमत् तर्कवाचस्पति पाद-प्रणीत प्रकाशित पुस्तकान्येतानि Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir १ आशुबोध व्याकरणम् २ धातुरूपादर्शः ३ शब्दस्तोम- महानिधि [ संस्कृत अभिधान ] १० ४ सिद्धान्तकौमुदी - सरलाटीकासहिता ११ ५ सिद्दान्तविन्दसार [वेदान्त ] ॥ ६ तुलादानादिपति [ वङ्गाक्षरै: ] ७ गया श्राचादिपद्धति शब्दार्थरत्न १२ मुद्राराक्षस नाटक - सटीक १३ रत्नावली १४ मालविकाग्निमित्र - सटीक १५ धनन्जय विजय - सटीक १६ महावीरचरित १७ साङ्खयतत्त्वकौमुदी - सटीक १८ वैयाकरणभूषणसार १८ लीलावती २० वौजगणित २१ शिशुपालबध- सटीक २२ किरातार्जुनीय - सटीक २३ कुमारसम्भव -- पूर्वखण्ड सटीक कुमारसम्भव उत्तरखगड २५ अष्टकम् पाणिनीयम् २४ २६ वाचस्पत्यम् [संस्कृत- वृहदभिधान ] For Private And Personal Use Only ... ... ८ वाक्यमञ्जरी [बङ्गाचरैः ] १० छन्दोमञ्जरी तथा वृत्तरत्नाकर - सटीक ११ वेणीसंहार नाटक - सटीक ... ⠀⠀ : : : ... ... *** ३। ४ १ 1 11 १ ॥ ወ १ ॥ 1 १ ॥ २ || ev 进 7 眼 ६०
SR No.020627
Book TitleSamvedasya Mantra Bramhnam
Original Sutra AuthorN/A
AuthorSatyabrata Samasrami
PublisherCalcutta
Publication Year1873
Total Pages145
LanguageSanskrit
ClassificationBook_Devnagari
File Size7 MB
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