SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 519
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir टपर । ५१० ) टलन टपर, टपरियो, टपरी, टपरी-पु० १ छोटासा छप्पर, छान । टमरियौ-पु० वृक्ष विशेष । २ झोंपड़ी, कुटिया। ३ देखो 'टापरौ' । टमरु (रू)-पु० एक प्रकार का वस्त्र । टपली-स्त्री० १ छोटी खाट । २ शिर, टाट । टमाटर-पु. लाल या हरे रंग का, खट्टा फल व इसका पौधा । टपसियो, टपसौ-पु० छोटी झोंपड़ी। टमोरौ-पु० अांख का इशाग, मटरका । टपाक-क्रि०वि० तुरंत शीघ्र । महमा । टर-पु. १ अप्रिय या कटु शब्द । २ बकवाद । ३ ऐंठन भरी टपाटप-क्रि०वि० १ जल्दी-जल्दी, शीघ्र । २ टप-टप करते बात । ४ अक्कड़, घमंड । ५ तुच्छ बात । ६ मेंढ़क की __ हुए। ३ बूद-बूद कर । -पु० बूद-बूद गिरने का भाव।। आवाज। टपूकड़ो-पु. १ तरल या द्रव पदार्थ । २ सिंह, शेर । टरकरणी (बो)-क्रि० १ धीरे से चला जाना, खिमकना । टपौ-१ देखो "टिप्पौ' । २ देखो टपको' । २ कहीं से टलना। टप्प-कि०वि० १ तुरंत, शीघ्र. झट । २ महमा । टरकारणो(बी), टरकावणी (बौ)-क्रि० १ किसी को रवाना करना, टप्पर-देखो 'टपर'। खिसकाना । २ कहीं भेजना। ३ टालना, हटाना । टब-पु० १ नांद के आकार का खुला पात्र । २ उपाय,-स्त्री० १ऐंठ, गर्व । २ भेड । ३ अपान वायु की तरकीब । आवाज । -पंच-पु. स्वतः बना पंच । टबकियौ-पु० १ छोटी डलिया । २ मिट्टी का छोटा बर्तन । | टरड़को-पु० १ क्रोध करने का भाव । २ कराहट । ३ घोड़े टबक्क-पु० शब्द, ध्वनि, रव । की एक दौड़ । ४ अपान वायु की ध्वनि । टबक्कड़ी टबरको-देखो ‘टबूको' । टरटराणी (बी), टरणारणी (बो)-क्रि० १ मेंढ़क का बोलना। टबारी-पु० १ गृहस्थी का कार्य, गुजर-बसर । २ माधारण २ बकना, बकवाद करना। धंधा, उद्योग। टळकणी (बी)-क्रि० १ कंपायमान होना। २ चीरना फाड़ना। टबूको, टबूक्को-पु० १ संगीत की ध्वनि । २ बूद । काटना, विभाजित करना । ३ डिगना । ४ टरकना, टब्बर-पु० [सं० तर्परः] कुटुंब, परिवार । खिसकना। ५ धीरे-धीरे चलना। ६ स्थान से दूर होना। टब्बा-स्त्री० राजस्थानी में संक्षिप्त भाषानुवाद । ७ लुढ़कना। ८ देखो 'टरकरणों' (बी)। टमकरणौ (बौ)-१ देखो 'टमकरणो' (बौ)। २ देखो 'तमकरणौ'(बी)। टळकारणौ (बौ)-क्रि० १ कंपायमान करना, डिगाना । टमकरणौ (बौ)-क्रि० १ चमकना, दमकना । २ झलकना । २ टरकाना, खिसकाना । ३ धीरे-धीरे चलाना । ३ प्रगट होना, मालूम होना । ४ सर्दी पाना । ५ नगाड़े ४ स्थान से दूर करना । ५ लुढ़काना । ६ देखो आदि की ध्वनि होना । ६ कांपना, कंपन होना। _ 'टरकाणौ' (बौ)। ७ टमटमाना। टमकाड़णो(बौ), टमकारणौ (बो)-क्रि० १ चमकाना, दमकाना । टळक्करणौ (बौ)-देखो 'टळकणौ' (बौ) । २ झलकाना । ३ प्रकट करना । ४ नगाड़े की ध्वनि टळ टळणी (बो)-टळटळणी (बी)-क्रि० १ बुल-बुलाना, करना । ५ कंपाना। ६ टमटमाना । ७ पलकें हिलाना । छटपटाना, तड़पना । २ कंपायमान होना । ३ रेंगना आंख मीचना। टालमटोल करना। टमकार-देखो 'टमकारौ' । टळणी (बी)-क्रि० [सं० टल] १ स्थान से अलग हटना, टमकारणौ (बो)-देखो 'टमकारणो' (बौ)। खिसकना । २ पृथक, होना, अलग होना। ३ दूर होना । टमकारी-पु० १ प्रांख मीचकर किया जाने वाला इशारा ।। ४ मिटना, निवारण होना । ५ मर्यादा से हटना । २ घड़ियाल का शब्द । ६ कर्त्तव्य विमुख होना। ७ डोलना, कांपना । ८ अस्थिर टमकावरणौ (बौ)-देखो ‘टमकाणो' (बी)। होना । ६ नाश होना, मिटना, क्षय होना । १० बचना, टमकीलो-वि० (स्त्री० टमकीली) बनावटी शृगार वाला, बचित रहना । ११ व्यतीत होना, समाप्त होना । नखरे वाला। १२ अनुपस्थित होना । १३ स्थगित होना, गुजरना, टमको-पु० साज-शृगार, नाज-नखरा । चला जाना। १४ विपत्ति आदि का टलना। १५ लागू टमचरौ-पु० मस्तक, शिर, खोपड़ी। न होना, प्रभावशील न होना । १६ ऊंट का रोग टमटम-पु० १ एक प्रकार की घोड़ा गाड़ी। २ ध्वनि विशेष । । विशेष से पीड़ित होना । १७ गाय, भैस व बकरी का दूध टमटमारणी (बी)-देखो 'टिमटिमाणो' (बी)। देना बंद कर देना। टमरकटू-स्त्री० फाख्ता पक्षी की बोली। | टलन-स्त्री० आघात, टक्कर । For Private And Personal Use Only
SR No.020588
Book TitleRajasthani Hindi Sankshipta Shabdakosh Part 01
Original Sutra AuthorN/A
AuthorSitaram Lalas
PublisherRajasthan Prachyavidya Pratishthan
Publication Year1986
Total Pages799
LanguageHindi
ClassificationDictionary
File Size20 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy