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________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir २६४ मुंबई के जैन मन्दिर (३९९) श्री आदीश्वर भगवान भव्य शिखर बंदी जिनालय स्प्लेनड़ीड युटोपिया, गणात्रा बिल्डर्स, १००० देवी दयाल रोड, जॉन्सन एण्ड जॉन्सन के नजदीक, मुलुण्ड (प.), मुंबई-४०० ०८०. टे. फोन : ऑ. ५६७ ०० १०, घर : ५६१ ०० ८७ - जीतुभाई विशेष :- इस भव्य शिखरबंदी जिनालय बनवाने हेतु गणात्रा बिल्डर्सवालो की तरफ से प्लॉट रुपी जमीन सप्रेम भेट के रुप में प्राप्त हुई थी। मुहूर्त एवं प्रेरणा दाता परम पूज्य आ. विजय नेमिसूरीश्वरजी म. के समुदाय के आ. श्री विजय चन्द्रोदयसूरीश्वरजी म. के गुरु बंधु आ. श्री अशोकचन्द्रसूरि म. थे। आ. श्री विजय प्रेम - रामचन्द्रसूरीश्वरजी म. के समुदाय के आ. श्री ललितशेखर सूरीश्वरजी म., आ श्री विजय मोहन-प्रताप - धर्म - सूरीश्वरजी समुदाय के आ. श्री महानन्दसूरीश्वरजी म., आ. श्री विजय लब्धिसूरि समुदाय के आ. श्री विजय पुण्यानन्दसूरीश्वरजी म. इन तीनों आचार्य भगवंतो की पावन निश्रा में वि.सं. २०५२ का वैशाख सुदि ३, ता. १९-४-९६ शुक्रवार को भूमिपूजन हुआ था। एवं शिलान्यास वि.सं. २०५२ का वैशाख वदि ११, ता. १३-५-९६ सोमवार कोहुआ था। इस जिनालय को बनवाने में श्रेष्ठिवर्य सेठ श्री तलकचन्द गिरधरलाल मेहता (पालीताणावाला) परिवारवालो ने स्वद्रव्य का सदुपयोग किया हैं । हस्ते श्री जितुभाई मेहता, श्री सुरेशभाई मेहता। मुलुण्ड (पूर्व)। (४००) श्री शंखेश्वर पार्श्वनाथ भगवान भव्य शिखरबंदी जिनालय नीलम नगर, गावन पाडा रोड, मुलुण्ड (पूर्व) मुंबई-४०० ०८१. टे.फोन : ५६०१० २९ - चन्द्रकान्तभाई विशेष :- परम पूज्य त्रिस्तुति जैन संघ के योगनिष्ठ जैनाचार्य श्रीमद् राजेन्द्रसूरीश्वर म. के समुदाय के परम पूज्य आ. श्री विजय हेमेन्द्रसूरीश्वरजी म. आदि मुनि भगवंतो की पावन निश्रा में वि.सं. २०५४ का फागुण सुदि १०, बुधवार, ता. २८-२-९६ को प्रात: १० बजे भव्य समारोह के साथ प्रतिष्ठा हुई थी । इस मन्दिरके, निर्माता एवं संचालक श्रीमती अंकीबेन घमंडीरामजी गोवाणी एवं सुपुत्र श्री तेजराजजी घमंडीरामजी गोवाणी, श्री कांतिलालजी घमंडीरामजी गोवाणी, तथा श्री रमेशकुमारजी घमंडीरामजी गोवाणी आदि परिवार वालो के मुख्य सहयोग से बना हैं। यहाँ मूलनायक श्री शंखेश्वर पार्श्वनाथ भगवान तथा आजू बाजू में श्री नमिनाथ भगवान एवं For Private and Personal Use Only
SR No.020486
Book TitleMumbai Ke Jain Mandir
Original Sutra AuthorN/A
AuthorBhanvarlal M Jain
PublisherGyan Pracharak Mandal
Publication Year1999
Total Pages492
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size28 MB
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