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________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir मुंबई के जैन मन्दिर २४५ (३७०) श्री अनन्तनाथ भगवान गृह मन्दिर अनन्त छाया, बिल्डींग के कम्पाउण्ड में, आर. बी. मेहता मार्ग, ६० फीट रोड, घाटकोपर (पूर्व), मुंबई - ४०० ०७७. टेलिफोन नं.- ३४४ १९ २९, ३४२ १३ ४४ - रतीलालभाई विशेष :- इस गृह मन्दिरजी की स्थापना एवं व्यवस्था श्री अनंतनाथजी महाराज जैन पेढी भातबाजार एवं उनका साधारण फण्ड ट्रस्ट द्वारा हो रही हैं। यहाँ मूलनायक श्री अनंतनाथजी, श्री शान्तिनाथजी, श्री चन्द्रप्रभ स्वामी की पाषाण की ३ प्रतिमाजी, पंचधातु का समवसरण - १, सिद्धचक्रजी ४ बिराजमान हैं। अचलगच्छ समुदाय के परम पूज्य आ. श्री कलाप्रभसागरसूरीश्वरजी म. आदि मुनि भगवंतो की पावन निश्रा में वि. सं. २०४७ का वैशाख सुदि १३, तारीख २६-५-९१ को चल प्रतिष्ठा हुई थी। (३७१) श्री गोडी पार्श्वनाथ भगवान गृह मन्दिर १६३/४५२९ नायडू कोलोनी, पंतनगर, घाटकोपर (पूर्व), मुंबई - ४०० ०७५. टेलिफोन नं.-५११ ४४ ९८ - रमेशभाई, ५१६ १३ ८६ - रोहितभाई विशेष :- श्री गोडी पार्श्वनाथ श्वेताम्बर मूर्तिपूजक तपगच्छ जैन संघ - नायडू कॉलोनी द्वारा संस्थापित एवं संचालित इस गृह मन्दिरजी के मुख्य सहायक दाता संघवी अम्बालाल रतनचन्द जैन धार्मिक ट्रस्ट हैं । परम पूज्य आचार्य विजय भुवनभानुसूरीश्वरजी म. के समुदाय के आचार्य श्री विजय राजेन्द्रसूरीश्वरजी म., आ. श्री विजय हेमचन्द्रसूरीश्वरजी म., पंन्यासजी श्री जयशेखरविजयजी म. की पावन निश्रा में वि. सं. २०५० का जेठ सुदि ९ को चल प्रतिष्ठा हुई थी। यहाँ श्री गोडी पार्श्वनाथ भगवान मूलनायक के साथ श्री शान्तिनाथ भगवान, श्री श्रेयांसनाथ प्रभु की पाषाण की ३ प्रतिमाजी, पंचधातु की २ प्रतिमाजी, सिद्धचक्रजी - १ बिराजमान हैं। ___ यहाँ श्री निर्मलाबेन नगीनदास जसाणी आराधना भवन, श्री पार्श्व युवक मंडल तथा चैत्र व आसौ मास में ओली आराधको के लिये ओली करने की व्यवस्था हैं। (३६२) श्री सीमन्धरस्वामी भगवान गृह मन्दिर अ-२१/८१ चित्तरंजन नगर, प्राचार्य आर. एन. गांधी मार्ग, राजावाडी, घाटकोपर (पूर्व), मुंबई - ४०० ०७७. टेलिफोन नं.-५१६ ३१ ४०, ५१४ ७१ ३३ कल्पनाबेन, ५१२ ९९७७ मधुबन विशेष :- इस गृहमन्दिर के संस्थापक एवं संचालक श्रीमती कल्पना बहन हैं। परम पूज्य आचार्य भगवंत विजय भुवनभानुसूरीश्वरजी म.के समुदाय के पन्यास प्रवर श्री For Private and Personal Use Only
SR No.020486
Book TitleMumbai Ke Jain Mandir
Original Sutra AuthorN/A
AuthorBhanvarlal M Jain
PublisherGyan Pracharak Mandal
Publication Year1999
Total Pages492
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size28 MB
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