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________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir मुंबई के जैन मन्दिर (९२) श्री जीरावला पार्श्वनाथ भगवान गृह मन्दिर ___४४-बी, जैन भवन, ग्राउण्ड फ्लोर, भगतलेन कोर्नर, मनोरमा नगरकर मार्ग, माटुंगा (पश्चिम) मुंबई - ४०० ०१६. टे. फोन : (ओ.) ४३१ ३००० विशेष :- वि. सं. २०४० में सम्मेत शिखर महायात्रा एवं वि. सं. २०४१ में शत्रुजय महायात्रा के प्रेरक अंचलगच्छाधिपति स्व. आचार्य श्री गुणसागरसूरीश्वरजी म. के परम भक्त श्रेष्ठिवर्य श्री पेथराज आनन्द लाधा नागडा गाम - चेला हाल (जामनगर) वाला ने इस गृह जिनालय के लिये भूमि का दान किया हैं। वि. सं. २०४५ के वैशाख सुदि १० को आ. श्री गुणसागरसूरीश्वरजी म. के शिष्य रत्न परम पूज्य आ. श्री कलाप्रभसागरसूरीश्वरजी म. की पावन निश्रा में मूलनायक श्री जीरावला पार्श्वनाथ तथा आजुबाजू में श्री वासुपूज्य स्वामी, श्री पद्मप्रभ स्वामी तथा श्री शंखेश्वर पार्श्वनाथ एक तरफ देहरी में प्रतिष्ठित-गादी नशीन किये गये थे। यहाँ आरस की ४ प्रतिमाजी, पंचधातु की २ प्रतिमाजी, सिद्धचक्रजी - २, समवसरण पर चऊमुखी प्रतिमाजी, वीसस्थानक - १, अष्टमंगल - १ तथा पंचधातु की पद्मावती देवी बिराजमान हैं। यहाँ अनन्तगुण सामायिक मण्डल (फो.: ४३७ ७५ ०४), श्री पार्श्वगुण महिला मण्डल (फो.: ४४६ १५ ६४) एवं श्री जीरावला पार्श्वनाथ जैन पाठशाला की व्यवस्था हैं। माहिम (पश्चिम) श्री वासुपूज्य स्वामी भगवान गृह मन्दिर नवरोजी बिल्डींग, ग्राउण्ड फ्लोर, एल. जे. रोड, (लेडी जमशेदजी रोड), माहिम, मुंबई - ४०० ०१६. टे. फोन : ४४६ ७२ ८२, ४४५ ६९ ०७ - मदनजी विशेष :- श्री आत्म - कमल - लब्धि सूरीश्वरजी समुदाय के परम पूज्य आ. श्री विक्रमसूरीश्वरजी म. के शिष्य परम पूज्य नयभद्रविजयजी म. की पावन निश्रा में स्व. शा. मुलतानमलजी धनरूपजी राठौड राणीगाँव (राज.) निवासी की पुण्य स्मृति में वि. सं. २०४४ का वैशाख सुदि १ के शुभ दिन इस जिनालय में प्रभुजी का प्रवेश कराया हैं। यहाँ मूलनायक श्री वासुपूज्य स्वामी की आरस की एक प्रतिमाजी, पंचधातु की श्री शांतिनाथजी एवं श्री महावीर स्वामी की प्रतिमाजी, सिद्धचक्रजी - १ तथा नाकोडा भैरूजी की तस्वीर दर्शनीय है। For Private and Personal Use Only
SR No.020486
Book TitleMumbai Ke Jain Mandir
Original Sutra AuthorN/A
AuthorBhanvarlal M Jain
PublisherGyan Pracharak Mandal
Publication Year1999
Total Pages492
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size28 MB
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