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________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir 252 पए था कालिदास पर्याय कोश रोगशान्तिमपदिश्य मंत्रिणः संभृते शिखिनि गूढमादधुः। 19/54 मंत्रियों ने रोग शान्ति के बहाने से राजा के शव को राजभवन के उपवन में ही चुपचाप जलती अग्नि में रख दिया। 3. मौलि :-[मूलस्या दूरभवः इञ्] प्रधान, प्रमुख, मंत्री। मौले रानाययामासुर्भरतं स्तम्भिताश्रुभिः। 12/12 उन कुल मंत्रियों को भेजकर भरत को बुलवाया, जिन्होंने अपने आँसू निकलने नहीं दिए थे। समौलरक्षोहरिभिः ससैन्य स्तूर्य स्वना नन्दित पौरवर्गः। 14/10 वृद्ध मंत्रियों, राक्षसों और वानरों को साथ लेकर राम ने अपनी सेना के साथ अयोध्या में पैर रखे, जहाँ के निवासी तुरही आदि बाजों को सुन-सुनकर बड़े प्रसन्न हो रहे थे। मौलैः सार्धं स्थविर सचिवहम सिंहासनस्था राज्ञी राज्यं विधिवदशिषद्भर्तुख्याहताज्ञा। 19/57 इस प्रकार जिसका कहना कोई टाल नहीं सकता था, वह गर्भवती महारानी बूढ़े मंत्रियों की सम्मति के अनुसार राजकाज चलाने लगी। 4. सचिव :-[सचि + वा + क] मन्त्री, परामर्श दाता। तेन धूर्जगतो गुर्वी सचिवेषु निचिक्षिपे। 1/34 उन्होंने पृथ्वी पालने का कुल भार अपने कंधों से उतारकर मंत्रियों को सौंप दिया। सत्त्रान्ते सचिवसखः पुरस्क्रियाभिगुर्वीभिः शमित पराजय व्यलीकान्। 4/87 यज्ञ समाप्त हो जाने पर राजा रघु और उनके मंत्रियों ने हारे हुए राजाओं का बड़ा सत्कार किया और उनके मन में हारने की जो लाज थी उसे दूर कर दिया। तस्याः स रक्षार्थमनल्पयोधमादिश्य पित्र्यं सचिवं कुमारः17/36 अज ने अपने पिता के मंत्री को आज्ञा दी कि थोड़े से योद्धा साथ लेकर इंदुमती की रक्षा करो। निववृते स महार्णव रोधसः सचिव कारित बाल सुताञ्जलीन। 9/14 उन देशों के मंत्रियों ने उन राजपुत्रों को दशरथ के आगे हाथ जोड़कर खड़ा कर दिया, वे उस महासमुद्र के तट से अपनी राजधानी अयोध्या लौट आए। For Private And Personal Use Only
SR No.020426
Book TitleKalidas Paryay Kosh Part 01
Original Sutra AuthorN/A
AuthorTribhuvannath Shukl
PublisherPratibha Prakashan
Publication Year2008
Total Pages487
LanguageHindi
ClassificationDictionary
File Size18 MB
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