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________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org वर्ष होशमें आना; चेतनायुक्त होना (२) याद आना; खयाल आमा (३) होश आना; समझ आना । -कराव = होश में आवे, समझदार बने ऐसी युक्ति करना.] भानभूलुं वि० जिसका होश ठिकाने न हो; बेसुध; आत्म-विस्मृत; सुध-बुध खोया हुआ [ भावज ; भौजाई भाभी स्त्री० भाईकी पत्नी; भाभी; भाभु स्त्री० बापकी माँ ; दादी ( २ ) भाभी ( ३ ) ताई; ताऊकी स्त्री [ गीरा भामटो पुं० आवारा; उचक्का; उठाईभाडो पुं० पुरुष; मर्द ( २ ) पति । [ ऊभे O छते भायडे = पतिके जिंदा होते हुए भी ( पत्नीका किसीके घर बैठना ) . ] भायात पुं० पितृव्य - चाचाके बेटा-बेटी ; (२) राजाके चचेरे भाई-बहिन भार पुं० भार; वजन; बोझ (२) चौबीस मनका एक वजन (कच्चा) ( ३ ) बीस तोले या एक तोलेका वजन (४) अमुक तौल जितना वजन; भर; उदा० ' रतीभार; रूपियाभार' (५) बूता; सामर्थ्य; हैसियत उदा० 'तारा ते बोलवाना शा भार ? ' (६) ग्रह, दशा या मंतर जंतरका असर ( ७ ) राशि; ढेर; जत्था ( ८ ) अपच; अजीर्ण (९) जिम्मेदारी; भार [ला. ] (१०) प्रतिष्ठा; वजन, महत्व; वक़अत ( ११ ) अहसान; आभार । [ - आववो = बोझ लगना (२) तकलीफ़ होना; परेशानी होना । - उपाडवी = भार, ज़िम्मेदारी, बोझ उठाना; भार उठाना। - खोवो, गुमाववो = प्रतिष्ठा गँवाना । —जवो = मानहानि होना; प्रतिष्ठा जाना। -ताणवो = भार ३५९ Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir - उठाना। मां रहे = अपनी प्रतिष्ठा बनी रहे इस तरह बरतना । मूकवो = बोझ भरना, लादना; बोझ डालना; भार देना (२) ज़िम्मेदारी, भार या बोझा लादना ( ३ ) एहसान करना ( ४ ) महत्त्व देना; कुछ महत्त्वका सम झना, गिनना ( ५ ) आग्रह रखना । - रहेवो = अजीर्णसे पेट भारी होना (२) मान, इज्जत वचना । -राखयो = मान रखना.] भारखानुं न० भार भरनेका वाहन (बैलगाड़ा, ऊँट, लारी आदि); भारवाहन (२) मालगाड़ी भारजा स्त्री० भार्या; पत्नी भारण न० दबाव; वजन ( २ ) भूभलमें दबाना, रखना (३) वशीकरण; जादू भारबोज पुं० वजन; बोझ (२) [ला. ] जिम्मेदारी; भार ( ३ ) प्रतिष्ठा; वजन भारवक्कर पुं० वजन; वक़अत; महत्व भारवट ( - टियो ) पुं० घरन; बँडेर भारखं स०क्रि० गरम राखमें दबा रखना (अग्नि) (२) मोह लेना; जादू करना भारी वि० भारी (२) स्त्री० घास, लकड़ी आदिकी गठरी; छोटा बोझा भारे वि० भारी; वजनी (२) मुश्किले; भारी; कठिन ( ३ ) क़ीमती ; मूल्यवान (४) भारी; सक़ील; जो पचनेमें मुश्किल हो ( खुराक, पानी आदि ) ( ५ ) अ० अति; खूब | [ -करी = कमाल किया । ई = कमाल हुआ। -थवं : = आदरकी इच्छा रखना; बड़ा बनना; भारी बनना (२) वजनमें बढ़ना (३) मुश्किल होना । - दिले = खिन्न हृदयसे ; ग़मगीन के साथ । -पडं = बोझ सा लगना; सहा न जाना For Private and Personal Use Only
SR No.020360
Book TitleGujarati Hindi Kosh
Original Sutra AuthorN/A
AuthorGujarat Vidyapith
PublisherGujarat Vidyapith
Publication Year1992
Total Pages564
LanguageGujarati, Hindi
ClassificationDictionary
File Size13 MB
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