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________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir वाकः ९४८ वाच्य वाकः (पुं०) समुद्र। उदचि। वाचना (स्त्री०) निरूपण, कथन, विवेचन, अध्यापन, व्याख्यान। वाग्वल्लरी (स्त्री०) वचन जाल, वाक्पटुता। (जयो० १/९१) (वीरो० १८/५६) वाक्ष (अक०) अभिलाषा करना, इच्छा करना। वाचनिक (वि०) [वचनेन निर्वृत्तम्-वच्+ठक्] मौखिक, वानिश्चयः (पुं०) वाग्दान, वचनबद्धता। वचन से सम्बन्धित। वाङ्मय (वि०) [वाच्+मयट्] वचन से सम्बन्धित, वाणी से | शब्दों की अभिव्यक्ति। परिपूर्ण। (जयो०वृ० ६/११०) वाचस्पतिः (पुं०) [वाचः पति षष्ठ्यलुक्] वचन का अधिपति, ०वाक्यपटु, वचन चतुराई। वाणी का स्वामी। ०अलंकारपूर्ण, वाग्विदग्ध। - बृहस्पति। वाङ्मयं (नपुं०) शास्त्र, सिद्धान्त। रमयन् गमयत्वेष वाङ्मये वाचस्पत्यं (नपुं०) [वाचस्पति+ष्यञ्] वक्तृता, वाक्पटुता। समयं मनः। (वीरो० २२/३७) वाचा (स्त्री०) [वाक्+आप्] भाषण, कथन, वचन, वाणी। ०वाणी, भाषा, वचन, कथन। 'वाचां रोतिमिति प्रसङ्गकरणे' (सुद० १०२) ०परस्पर वाच्य-वाचक से समन्वय युक्त शास्त्र। ०पाठ सूत्र। वाङ्मयी (स्त्री०) सरस्वती, भारती। शपथ। वाङ्मुखं (नपुं०) प्रस्तावना, प्रारम्भिकी। वाचाऊँ (नपुं०) वचन और अंग। (मुनि० १७) वाच् (स्त्री०) [वच्+क्विप्] ०शब्द, वचनावली, पदावली।। वाचाट (वि०) [वाच्+आटच] मुखरी, व्यर्थ का बोलने ०भाषा, वाणी। (सुद० १०२) वाला। ०वचन, बात, कथन। (सुद० १०९) ०वाचाल। ०रचना, काव्य। वाचाल (वि०) [वाच्+आलच्-चस्यनक:] ०मुखरी, प्रलापी, ०वक्तव्य, कहावत, लोकोक्ति। भवन्ति वाचः सुत! ते । व्यर्थ बोलने वाला। पवित्रः। (समु० ३/१०) बकवास करने वाला, बातूनी। प्रतिज्ञा, भरोसा। ०वारिद, मुखरी। (जयो०१० २०/७२) वाचः (पुं०) [वच्+णिच्+अच्] ०एक मछली विशेष। वाग्बहुलता (जयो० ८/६) वाचालानि वाग्बहुलानि वाचंयम (वि०) [वाचो वाक्यात् यच्छति विरमति (जयो०वृ०८/६) वाच्+यम्+खच्] जिह्वा पर नियंत्रण रखने वाला, मौनी, शब्दायमान, कोलाहल, क्रन्दनशील। शान्तचित्त साधक। वाचि (स्त्री०) भाषिणी, कथनी। (सुद० २/९) (सम्य० १५५) वाचक (व०) [वक्ति अभिधावत्या बोधयति-वच+ण्वल] वाचिक (वि०) [वाचाकृतं वाच्+ठक्] वचन सम्बन्धी, शाब्दिक प्रवाचक, प्रवक्ता। द्वादशाङ्गविद् वाचक: प्रतिवेदन। उद्घोषक, भाषक। वाचिकं (नपुं०) ०शाब्दिक प्रतिवेदन। मौखिक कथन। बोलने वाला, कहने करने वाला। ०समाचार, बातचीत, वार्ता। अभिव्यक्त करने वाला, अर्थ बतलाने वाला, समझाने वाचोयुक्ति (वि०) [वाचो युक्ति यस्य]०वाक्पटु, वचन की वाला। कुशलता। व्याख्याकार, वृत्तिकार, विवेचनकर्ता। वाचोयुक्तिः (स्त्री०) अभिभाषण, प्रतिवेदन, कथन, विवेचन। वाचकः (पुं०) वक्ता, पाठक, अध्यापक। घोषणा, उद्भाषण। वाचकत्व (वि०) वाचकता, वचन सम्बंधी। (जयो०० वाच्य (वि.) [वच-कर्मणि ण्यत] कहे जाने योग्य, संबोधित ३/११५) किये जाने लायक। वाचनं (नपुं०) [वच्+णिच्+ल्युट] ०वाचना, घोषणा, निरूपणा। अभिधानीय, गुणवाचक विशेषण। प्राक्कथन, उच्चारण, प्रबोधन। अभिव्यक्त, कथित। ०पठन, अध्यापन। प्रकथन, प्रवचन। ०दूषणीय, निन्दनीय। For Private and Personal Use Only
SR No.020131
Book TitleBruhad Sanskrit Hindi Shabda Kosh Part 03
Original Sutra AuthorN/A
AuthorUdaychandra Jain
PublisherNew Bharatiya Book Corporation
Publication Year2006
Total Pages445
LanguageSanskrit, Hindi
ClassificationDictionary
File Size23 MB
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