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________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org अगा (गे) रिकस कैम्पेस्ट्रिस् उत्पत्ति स्थान -- फणस ( कटहल ) वृक्ष | प्रयोगांश-- छत्रिका | रसायनिक संगठन - राल, ऐन्द्रिकाम्ल तथा सरेश | प्रभाव तथा उपयोग - संकोचक । मुखपाक ( Apthe ) में मसूढ़ों पर इसका प्रस्तर लगाया जाता है । यह लालास्राव की अधिकता को रोकती है प्रवाहिका तथा अतिसार में इसका श्रन्तः प्रयोग होता है और मुख पाक से पीड़ित बालकों के मुख में इसे लगाते हैं । इं० मे० मे० । ६० अगा (गे) रिकस् कैम्पेस्टिस् agaricus campestris, Linn. -ले० शिलीन्ध्रः छत्रक - सं० खम्बूर बम्ब०, मोक्षा- चम्बा० खुम्बह खाम्बर, चत्री अफ०, बाज़ा० । मांस खेल--काश० । खुम्बह समारोग ( stewart )बाजा० । हरार ( विषैला ) रूप । प्रयोगांश-छत्रिका (Mushroom ) । श्राहार तथा औषध कार्य में श्राती हैं। मे० मो० अगा (गे) रिस्त्रिरगौरम् agaricus chirurgorum-ले० गारोकून बलुती । श्रगारिकस् मस्केरिया agaricus Muscaria फ्लाइ श्रगारिक Fly agaric-इं० । अगा ( गे ) रिकसूशिरर्जिश्रन् agaricus | chirurgeon-ले० शाल्य छत्रांकुर ( Su. rgeon's agarics ग़ारीकून जर्राही । ग़ारीकून बलूती, ग्रस्सौफान - अ० । फा० ई० ३ भा० इस प्रकार का ग़ारीकन, फिरंग के बनों में प्राचीन बलूत वृक्ष के तनों पर पाया जाता है । प्राचीन समय में इसे विशेष विधि द्वारा शुद्ध कर दनों में रक्तस्राव को रोकने के लिए उपयोग करते थे परन्तु अधुना इसका प्रयोग सर्वथा अव्यवहारिक हो गया है । अगा (गे) रिस् पामेलस agaricus palmalus-ले० पनसलम्बे – मह०, को०] । agaric of the oak, Touchwood, Oyster - mushroom | ३० मे० मे० । श्रगारिकस् मस्करिया agaricus Musca | Jia-ले० श्रगारिकस श्रमेनिटा । Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir श्रमिकेसु - सी श्रगारिक हाइट और पर्जिंग araricwhite or purging-इ'० श्रगारिकस ऐल्बस् | श्रगारोकून agárikon यु० । गारीकन - ० अगारीकन agariqún - अ० । खुम्बी साँप की छत्री, कुकुरमुत्ता - हिं० purgingAgar ics,Large agaric, Boletia (Agaricus Albus) नोट -- बोसीदह ( सड़ी गली ) जड़ के सदृश एक वस्तु है । जो किसी वृक्ष की जड़ों के भीतर से निकलती है यह वास्तव में एक प्रकार की खुम्बी होती है। देखो - प्रगारिकस्ऐल्बस | अगा (गे) रोसीन agaricin- इं० यह गारी - क्रून (agaricus ) का एक प्रभावात्मक सत्व है । वह शक्तिमान स्वेदन श्रौषध है जो यक्ष्मा रोगो के रात्रि स्वेद स्राव को रोकता है | सात्रा - ग्रेन | इसके मृदु भेदकी प्रभाव को रोकने के लिए "डोवर्स पाउडर" के साथ मिलाकर उपयोग में लाते हैं । इं० मे० मे० देखो - श्रगारिकस् ऐल्बस् श्रगारूस श्रमरसी agárose amarase यु० ग्रास विस्तानी ग्रसबाग़ी - उ० । आाल, श्राछी --हिं० Morinda citrifolia, Linn. देखो—श्राच्छुकः । श्रगालजी agaloge यु० अगर-हिं० | aloewood (Aquillaria agallocha) श्रगाव agáva - हिं० मंज्ञा पुं० [सं० श्रग्र ] ऊँख के ऊपर का पतला और नीरस भाग जिसमें गां बहुत पास पास होती हैं । गौरा अघोरी । अँगोरी । 1 अगास agása - हिं० संज्ञा पुं० [सं० श्रग्र ] प्रा० अग्ग - हिं० श्रास ( प्रत्य० ) द्वार के श्रागे का चबूतरा | संज्ञा पु ं० [सं० श्राकारा] श्राकाश | अगास्त agasta-मह० श्रगस्त, श्रगस्तिया - हिं० Sesbania Grandiflora, Pers | फा० इ० १ भा० । श्रगिagi- ले० लाल मिर्च से बनी हुई चटनी | फा० इ०२ भा० । श्रमिकेसु,-सी agikesu-si बर० बड़ी अरंडी का तेल वृहदेरड तैल ( Oleum ricini For Private and Personal Use Only
SR No.020089
Book TitleAyurvediya Kosh Part 01
Original Sutra AuthorN/A
AuthorRamjitsinh Vaidya, Daljitsinh Viadya
PublisherVishveshvar Dayaluji Vaidyaraj
Publication Year1934
Total Pages895
LanguageSanskrit
ClassificationDictionary
File Size29 MB
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